पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का छ: दिवसीय पावन आयोजन मोक्ष कल्याणक के साथ हुआ संपन्न

पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का छ: दिवसीय पावन आयोजन मोक्ष कल्याणक के साथ हुआ संपन्न
  • सहारनपुर में मोक्ष कल्याणक महोत्सव के समापन पर निकाली शोभायात्रा एवं एसएसपी को सम्मानित जैन समाज के नागरिक।

सहारनपुर। श्री दिगंबर जैन चंद्र नगर मंदिर में आयोजित पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का छह दिवसीय पावन आयोजन बुधवार को मोक्ष कल्याणक के पवित्र अवसर के साथ संपन्न हुआ। अंतिम दिवस पर मुनिवर प्रणम्य सागर महाराज ने अपनी मंगल देशना में कहा कि प्रभु ने चार घातिया कर्म ज्ञानावरणीय, दर्शनावरणीय, मोहनीय और अंतराय का क्षय कर केवलज्ञान को प्राप्त किया और समवशरण में अरिहंत परमेष्ठी रूप में विराजमान हुए। इस अवसर पर भव्य शोभायात्रा भी निकाली गयी।

आज मोक्ष कल्याणक के अवसर पर पार्श्वनाथ प्रभु सम्मेद शिखर की सिद्ध भूमि से शेष चार अघातिया कर्म नाम, आयु, गोत्र और वेदनीय  का क्षय कर शाश्वत सिद्ध पद में विराजमान हुए। अग्निकुमार देवों द्वारा नख-केश विसर्जन एवं निर्वाण प्राप्ति का संजीव दृश्य देखकर उपस्थित श्रावक-श्राविकाएँ भावविभोर हो उठीं। शांति हवन के उपरांत श्रीजी की पवित्र प्रतिष्ठित प्रतिमाएं मंदिर में विराजित की गईं। मुनिवर प्रणम्य सागर महाराज ने मंगल देशना में कहा कि मनुष्य पर्याय का जन्म सत्य, अहिंसा, संयम, तप, त्याग और साधना द्वारा आत्मा को कर्मबंध से मुक्त करने हेतु मिलता है, किंतु भौतिक चकाचैंध में फंसकर जीव पाप प्रवृत्तियों में लिप्त हो जाता है तथा चैरासी लाख योनियों में भ्रमण करता रहता है।

उन्होंने कहा कि चेतना को जागृत कर संयम का बीजारोपण करने से मोक्ष मार्ग की यात्रा प्रारंभ हो जाती है और दृढ़ संकल्प से परम लक्ष्य की प्राप्ति निश्चित है। उन्होंने कहा कि पंचकल्याणक महोत्सव तीर्थंकरों के गर्भ से मोक्ष तक के जीवन की संजीव यात्रा को समझाने वाले प्रेरक आयोजन हैं, जिनसे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। संसारिक भोगों से विरक्ति, विकल्पों की मर्यादा और बारह भावनाओं का चिंतन ही हितकर मार्ग है। मोक्ष कल्याणक के अवसर पर जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने भी पहुंचकर आशीर्वाद ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि भारत भूमि तीर्थंकरों, महापुरुषों और मुनियों की तपस्या से धन्य रही है।

पूज्य मुनिवर का आशीर्वाद प्राप्त करना उनके लिए सौभाग्य का विषय है। जैन समाज के अध्यक्ष राजेश कुमार जैन ने महानगर के सभी वर्गों के श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे आध्यात्मिक आयोजनों से मिलने वाली शांति, शक्ति और दिव्यता का शब्दों में वर्णन नहीं किया जा सकता। चंद्र जैन मंदिर के चैधरी डॉ. ए. के. जैन ने कई माह से निष्ठापूर्वक सेवा दे रहे सभी कार्यकर्ताओं, श्रावक-श्राविकाओं का हृदय से धन्यवाद किया।

मुख्य संयोजक राकेश जैन एवं भव्य जैन ने शासन-प्रशासन, नगर विधायक, मेयर, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, पत्रकारों एवं सभी सहयोगियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव को सफलता के अभूतपूर्व आयाम तक पहुंचाने में निम्न का उल्लेखनीय एवं प्रशंसनीय योगदान रहा। इस अवसर पर डा. ए. के. जैन, सुशील जैन, भव्य जैन, राकेश जैन, प्रो. ए. के. जैन, मुकेश जैन, सी.ए. अनिल जैन, प्रवीन जैन, राजीव जैन, विनोद जैन, विशाल-सुदीप जैन, अभय जैन, प्रकाश चन्द जैन, पार्षद गौरव जैन, अनुज जैन, पूर्व पार्षद मानसिंह जैन, चै. संदीप जैन, नीना जैन, मनीष जैन, अंशुल जैन, अनुज जैन, निखिल जैन, दीपक जैन, आशीष जैन, मयंक जैन, दिनेश जैन, अमित जैन, गौरव जैन, अक्षत जैन, धवल जैन, अभिषेक जैन, आर्जव जैन, पंकज जैन, विनय जैन, अरुण जैन, आशीष जैन, राजा जैन, साथ ही पंचान समिति, सम्मानित चैधरीगण एवं सकल जैन समाज सहारनपुर का योगदान उत्कृष्ट एवं सराहनीय रहा।