इतिहास को देखकर-समझकर की गई थी आरएसएस की स्थापना: अनिल कुमार

इतिहास को देखकर-समझकर की गई थी आरएसएस की स्थापना: अनिल कुमार
वर्ग में आरएसएस के प्रांत प्रचारक अनिल कुमार का बौद्धिक सुनते बजरंगी

देवबंद [24CN]: भायला इन्टर कॉलेज, भायला में चल रहे बजरंग दल के प्रांतीय शौर्य प्रशिक्षिण शिविर में तीसरे दिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक के प्रांत प्रचारक प्रमुख अनिल कुमार जी ने बजरंगियों को बौद्धिक ज्ञान दिया।

अनिल कुमार ने बजरंगियों को कहा कि प्रशिक्षिण वर्ग कार्यकर्ता को वैचारिक, बौद्धिक व मानसिक रूप से तैयार करता है। प्रशिक्षण जबरन नहीं अपितु स्वयं की इच्छा से प्राप्त किया जाता है। उन्होंने कहा कि इन प्रशिक्षण वर्गों की व्यवस्था संघ की स्थापना से ही हो गई थी। प्रशिक्षण वर्ग कार्यकर्ताओ के विकास में सहायक सिद्ध हुए है।

आगे कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की स्थापना डॉ हेडगेवार द्वारा पूर्व के इतिहास को देखकर, समझकर की गई थी। देश ने अंग्रेजों से पूर्व भी 300 वर्षों तक अनेक हमले झेले है। हमारा पूर्व का इतिहास प्रतिकार व संघर्ष का रहा है। हम दुनिया के सामने अपना वैभव पुनः स्थापित कर सके इसलिए राष्ट्रीय स्वयं संघ व सहयोगी संगठन लगातार कार्य कर रहे है। पुनः विश्व गुरु बनने की दिशा में हम धीरे-धीरे अग्रसर है।

उन्होंने आगे कहा कि जो व्यक्ति देश समाज से जुड़ा है वही देश को सुरक्षित रखने की गारंटी दे सकता है। सुरक्षा की यही गारंटी डॉ हेडगेवार ने दी, उसी का परिणाम है कि आज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ विश्व के 45 देशों में कार्य कर रहा है।

वर्ग में बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी, सह-प्रांत संयोजक गौरव भटनागर, विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री नागेन्द्र जी, बजरंग दल के प्रांत सुरक्षा प्रमुख मिलन जी, व्यवस्था प्रमुख डॉ वीरेंद्र सिंह चौधरी, सह-व्यवस्था प्रमुख अमित वशिष्ठ, मोंकित पुंडीर, संगठन मंत्री बृजेश, नरेंद्र पुंडीर आदि उपस्थित रहे।