बरसात ने खोली लोक निर्माण विभाग की पोल, अधिकांश सडके गडढो मे तब्दील हुई

बरसात ने खोली लोक निर्माण विभाग की पोल, अधिकांश सडके गडढो मे तब्दील हुई

नकुड [इन्द्रेश त्यागी]। बरसात ने लोकनिर्माण विभाग की पोल खोलकर रख दी है। क्षेत्र मे औसत से कम बारिश होने के बावजूद अधिकांश मुख्य सडके जर्जर हो गयी है। सडकों मे बने गहरे गडढे आम आदमी के लिये काल बन गये है। इन गडढो के कारण सडका पर चलना तक मुश्किल हो गया है।

बरसात के बीच नकुड-शाहजंहापुर रोड पूरी तरह से टूट गया है। नकुड क्षेत्र को हरियाणा से जोडने वाली यह महत्वपूर्ण सडक है। हांलाकि इस सडक के निर्माण के समय ही इसमे मानक के अनुसार सामग्री का प्रयोग न होने आरोप लगते रहे थे। अब ये आरेाप सच साबित हो रहे है। हालत इतनी खराब है कि पानी से बचने के लिये आबादी क्षेत्र मे बनायी गयी सीसी तक एक साल मे ही टूट गयी है। हुसैनपुर के पास पिछले साल बनायी गयी सीसी टूटकर बिखर रही है। 19 किमी लंबी यह सडक गहरे गडढो से पट गयी है। सडक मे बने गडढो मे भरा पानी वाहनो के लिये काल बन रहा है। कोई दिन ऐसा नंही होत जब इस सडक पर दुर्घटना न होती हो। क्षेत्र वासियो का कहना है कि यह सडक लोकनिर्माण मे व्याप्त भ्रष्टाचार का नमूना है।

यही हाल सहारनपुर रोड पर नकुड बस अडडे से पिलखनी तक चार किमी लंबी सडक का है। लोकनिमार्ण विभाग ने एक वर्ष पूर्व सहारनपुर रोड पर खेडा कूटी से पिलखनी तक के भाग पर डामर का काम कराया था। बरसात से ठीक पहले नकुड बाईपास से गंगोह रोड पर तारकोलबजरी डाली गयी। यह सडक पाचं साल से बेहद खराब थी। अब नकुड-गंगोह रोड पर काम होने से इसकी स्थिति मे सुधार हुआ है। पंरतु अज्ञात कारणो से लोकनिर्माण विभाग ने पिलखनी से नकुड तक चार किमी लंबे टुकड़े पर काम नंही कराया। इसे भगवान भरोसे छोड दिया। जिसके कारण सहारनपुर रोड का यह टूकडा बेहद खराब स्थिति मे है। क्षेत्रवासियो ने विभाग के अधिकारियो से कई बार सडक के इस हिस्से  को ठीक कराने की मांग की। परंतु लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियो की नींद नंही टूटी।

उधर नकुड-शेरमउ-गंगेाह रोड पर शेरमउ से गंगोह तक का करब सात किमी लंबी सडक भी बेहद खराब स्थिति मे है। करीब डेढ वर्ष पूर्व गडढो से पट गयी नकुड शेरमउ रोड पर विभाग ने काम कराया था। परंतु इस सडक का शेरमउ से गंगोह तक का हिस्सा अज्ञात कारणो से ज्यों का त्यों छोड दिया गया। नतीजन करीब सात किमी लंबा यह हिस्सा गडढो से पट गया हैं।

गौरतलब है कि गन्ने के सीजन में गन्ने की ट्रालियों व ट्रको के कारण इस सडक पर ट्रेफिक बहुत अधिक होता हैं। पंरतु लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियो ने पिछले साढे तीन साल से सात किमी लंबे इस हिस्से की सुध नंही ली। कमोबेश यही हाल फंदपुरी-खेडा-अफगान-अंबेहेटा रोड का है। यह सडक भी कई स्थान पर टूट गयी हैं।

नयागावं के प्रधान राजकुमार चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता अरूण धनगर ने कहा कि लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियो के भ्रष्टाचार के चलते ही सडके निर्धारित समय से पहले ही टूट जाती है। पंरतु अधिकारी वांरटी समय पूरा होने से पहले इन सडको को ठीक नंही कराते। उन्होने मुख्यमंत्री से इस विभाग द्वारा कराये जाने वाले कार्यों की जांच कराने व क्षेत्र की सडको को ठीक कराने की मांग की है।

 


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