मस्जिदों का राजनैतिक इस्तेमाल बिल्कुल दुरूस्त नही: उलेमा

- ग्राम मानकी की जामा मस्जिद
देवबंद [24CN]: देवबंद-मंगलौर मार्ग पर स्थित मुस्लिम आबादी वाले गांव मानकी में इस बार स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने के लिए पहली बार जामा मस्जिद के गेट पर 58 फीट ऊंचा पोल लगाया गया है। बीजेपी के विधायक कुवर ब्रिजेश ग्राम प्रधान मामूर हसन और ग्रामीणों के साथ मिलकर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। देवबंद इलाके में मदरसों पर तो पहले भी राष्ट्रीय पर्व पर ध्वजारोहण होता रहा लेकिन ऐसा पहली बार देखने को मिल रहा है की मस्जिद के गेट के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। अब इसे राजनीतिक स्टंट कहे या देश भक्ति जो भी हो यह अपने आप में एक अनोखी पहल है।
ग्राम प्रधान मामूर हसन ने कहा कि अबकी बार नहीं मस्जिद और मदरसों में तो झंडा पहले से फहराया जाता है लेकिन मानकी जामा मस्जिद पर पहली बार झंडा फहराया जाएगा जो जमीन से 58 फीट की ऊंचाई पर होगा कहा की इसमें राजनीति कुछ नहीं है 15 अगस्त है राष्ट्रीय पर्व है ध्वजारोहण देश में जगह-जगह होता है। मदरसों पर तो पहले से ही झंडा फहराया जाता है। मस्जिद में पहली बार फहराया जा रहा है मस्जिद और मदरसो से तो देश की आजादी की लड़ाई भी लड़ी गई है।
विधायक कुंवर बृजेश सिंह ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद देश भक्ति का जो जज्बा लोगों के अंदर बढा है उसका हम सम्मान करते हैं हमने सर्जिकल स्ट्राइक की उसके बाद एयर स्ट्राइक की तो देश के लोगों के अंदर देशभक्ति की भावनाओं का नया जज्बा उमड़ता दिखाई दे रहा है । प्रत्येक देशवासी के अंदर देशभक्ति की भावना जागृत होनी चाहिए कहां की वह ग्राम मानकी जामा मस्जिद में झंडा फहराने के लिए अवश्य जाएंगे।
दारूल उलूम अशरफिया के मोहतमिम मौलाना सालिम अशरफ कासमी ने कहा कि हम स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाने के खिलाफ नही है झंडा फहराया जाना चाहिये लेकिन मस्जिदें अल्लाह का घर है जो केवल इबादल के लिये होती है मस्जिदों का इस्तेमाल राजनैतिक कामों के लिये करना बिल्कुल दुरूस्त नही है।