नकुड़ में छा़त्रा से मनचलो ने की छेडछाड, हाथ पकड़कर जबरन खींचा
- घटना से गुस्साये ग्रामीणो ने रात मे ही थाने मे किया हंगामा
नकुड [इंद्रेश त्यागी]। नकुड रणदेवा रोड पर मनचलो ने नाबलिग छात्राओ से छेडछाड की। आरोपियो ने छात्राओ के शोर मचाने पर आये ग्राम प्रधान व अन्य ग्रामीणो के साथ मारपीट भी की। ग्रामीणो ने देर रात थाने पर पहुंचकर हंगामा कर रोष जताया। साथ ही आरोपियो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई कराने की मांग की।
घटना शनिवार की शाम की है। मलकपुर निवासी पांच छात्राए शाम करीब सवा 5 बजे टयुशन के बाद वापस अपने घर जा रही थी। साईकिल से जा रही छात्राओ मे से चार थोडा आगे निकल गयी जबकि एक पीछे रह गयी। पिडित छात्रा का कहना है कि जैसे वह रणदेवा रोड पर नई बस्ती से आगे कट रही कालोनी के पास पंहुची वहाँ बैठे मनचलो ने उसकी साईकिल पकड ली। वे उसे एक साईड मे खींचने लगे। जिससे वह बूरी तरह घबरा गयी। उसने शोर मचाया, पीछे से ग्रामीण वंहा आ गये। उन्हेाने आरोपियो को रोकने की प्रयास किया तो उन्होंने उनसे भी मारपीट शुरू कर दी।
इसी बीच ग्राम प्रधान राजकुमार भी मौके पर आ गये। उन्होंने भी आरोपियों को रोकने का प्रयास किया। प्रधान राजकुमार का कहना है कि उसने आरोपियेा को समझाने व रोकने की कोशिश तो उन्होंने उसके साथ गाली-गलौच करते हुए मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने उसे जातिसूचक शब्द कहकर देखलेने की धमकी दी।
आरोपी दुसरे समुदाय से होने के कारण ग्रामीणो मे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी। घटना की सूचना मलकपुर गांव मे पहुची तो गांव मे रोष व्याप्त हो गया। गांव मे से सुशील, मोनू, प्रवीण कुमार, सेामवीर, रणदेवी निवासी मनीष चौधरी, सजंय चौधरी, आशु सागर, सन्नी, अमरपाल, अंकुर, सोनू, संदीप आदि पिडित छात्रा के साथ थाने पर पंहुचे।
उन्होंने कहा कि इस सडक से बहु बेटियो का निकलना मुश्किल हो गया है। सडक के आस पास हमेश आवारा लडके व नशेडी घुमते रहते है। जो लडकियो के साथ छेडछाड करते है। पुलिस ऐसे तत्वो के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती। उन्होंने रात मे ही पुलिस को घटना की तहरीर दी। परंतु ग्रामीणो का आरोप था कि पुलिस तहरीर से अनुसुचित जाति से सबंधित घटना हटाने को कह रही है। सुबह होने तक मामले की रिर्पोट दर्ज नही हुई थी।
क्षेत्र को माहौल खराब करने की साजिश तो नहीं
बीस दिन पूर्व भी नगर मे लव-जिहाद का एक मामला प्रकाश मे आया था। जिसमे मुस्लिम युवक ने हिंदु नाम बताकर लडकी को फंसाया था। मामला खुला तो लडकी ने थाने मे जाकर अपनी शिकायत दी। जिसके बाद आरोपी को पुलिस ने जेल भेजा था जबकि दुसरा आरोपी अभी भी फरार है। अब छात्रा से छेडछाड की यह घटना संदेह उत्पन्न कर रही है कहीं यह कोई साजिश तो नही है।