वकीलों ने जेल में साहिल-मुस्कान से जाना हत्याकांड का सच, दोनों बोले- बाहर जाकर सब ठीक कर देंगे

ब्रह्मपुरी निवासी मुस्कान रस्तोगी उर्फ सोभी ने 2016 में इंद्रानगर निवासी सौरभ से प्रेम विवाह किया था। 2019 में मुस्कान ने बेटी पीहू को जन्म दिया। इसी वर्ष मुस्कान की मुलाकात सहपाठी साहिल से हुई। मुस्कान और सौरभ के प्यार में साहिल की एंट्री होते ही बात तलाक तक पहुंच गई। सौरभ लंदन चला गया और साहिल और मुस्कान एक दूसरे के करीब आ गए।
लंदन से लौटे पति की बेरहमी से की हत्या
सौरभ के लंदन से वापस आने के बाद साहिल और मुस्कान ने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी। शव को ड्रम में रखकर सीमेंट से सील कर दिया। पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करते हुए दोनों आरोपितों को जेल भेज दिया। शुक्रवार को जेल के अंदर मुस्कान और साहिल के सरकारी अधिवक्ता पहुंचे थे।अधिवक्ताओं को मुस्कान और साहिल ने पूरी कहानी बयां की है। उनका कहना था कि जेल से बाहर निकलने के बाद सबकुछ ठीक कर देंगे। मुस्कान का कहना है कि उससे जेल में अभी तक कोई मिलने तक नहीं आया है। वह अपनी बेटी पीहू से मिलना चाहती है।
हालांकि सरकारी अधिवक्ता दोनों से बातचीत करने के बाद लौट गए। बताया गया कि जल्द ही दोनों की जमानत के लिए अर्जी लगाई जाएगी। उधर, पुलिस दावा कर रही है कि दोनों के खिलाफ प्रमाणित साक्ष्य हैं। दोनों को जेल से छूटना मुमकीन नहीं है।
पुलिस जल्द ही दोनों के खिलाफ आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल करने जा रही है। ताकि मुकदमा ट्रायल पर आ सके। उसके बाद दोनों को जल्द ही सजा मिले। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि मुस्कान और साहिल को सजा दिलाने के लिए पुलिस भी मजबूती से पैरवी करेगी।
जेल में मिल रहा है दोनों को संरक्षण
सौरभ की मां रेणू देवी ने बताया कि जेल अधीक्षक दोनों को जेल में संरक्षण दे रहे हैं। दोनों की जेल स्थानांतरण के लिए मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की जाएगी। ताकि बेटे को न्याय मिल सके, जिस तरह से जेल प्रशासन उन्हें जेल में सुविधा मुहैया करा रहा है। उससे साफ है कि किसी गोपनीय तरीके से दोनों हत्यारोपितों की मदद की जा रही है। यदि जल्द ही दोनों की जेल स्थानांतरण नहीं की गई, तो लखनऊ में डीजी जेल से जाकर मिलेंगे।