हमले की घटना से हिन्दू समाज में भारी रोष व्याप्त: रौहित कौशिक

  • साधू पर हुए हमले की कडे शब्दों में की निन्दा

देवबंद: आजाद सेना व राष्ट्रीय परशुराम सेना की एक बैठक का आयोजन तिरुपुर मां बाला सुंदरी हनुमान मंदिर प्रांगण में हुई। बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय परशुराम सेना व आजाद सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष रोहित कौशिक ने कहा कि गाजियाबाद डासना में महंत स्वामी यति नरसिंहानंद के आश्रम में दरभंगा बिहार के एक साधु स्वामी नरेशानन्द पर जानलेवा हमला किया गया तथा इस हमले की घटना से हिन्दू समाज में भारी रोष व्याप्त है।

रोहित कौशिक ने कहा कि यति नरसिम्हानंद लंबे समय से जेहादियों के निशाने पर हैं और यति नरसिम्हानंद की हत्या के षड्यंत्र में अनेक जेहादी कई बार गिरफ्तार भी हो चुके हैं। आजाद सेना व राष्ट्रीय परशुराम सेना तत्काल यति नरसिम्हानंद को जेड प्लस सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है। आजाद सेना के जिलाध्यक्ष शुभम वत्स ने साधु पर जानलेवा हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि हमलावरों के निशाने पर यति नरसिम्हानंद थे, किन्तु हमला किसी अन्य साधु पर हो गया। उन्होंने कहा कि यति नरसिम्हानंद का आश्रम 90 फीसदी मुस्लिम आबादी के बीच है, और आजाद सेना लंबे समय से आश्रम को कड़ी सुरक्षा प्रदान करने की मांग करती आ रही है।

उन्होने कहा कि उनकी मांग पर यदि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया होता तो आज साधु पर जानलेवा हमले की घटना को रोका जा सकता था। आचार्य मोहित गौतम आचार्य वासुदेव भारद्वाज ने कहा कि यति नरसिम्हानंद दिसंबर में धर्म संसद का आयोजन कर जेहादियों का सच सामने लाने की तैयारी कर रहे हैं,  जिसके लिए वो पूरे देश मे जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। नरसिम्हानंद के अभियान से जेहादी और उनके समर्थक भयभीत हैं और उन्हें अपने रास्ते से हटाने के लिए बारबार उनकी हत्या का प्रयास कर रहे हैं। निर्दोष भारद्वाज ने कहा कि डासना में साधु पर हुए हमले में वहां तैनात पुलिसकर्मियों की भूमिका पर भी प्रश्नचिन्ह लगाते हुए हमले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। इस दौरान लक्ष्मण पंडित, विकास शर्मा, शिवम शर्मा, बसंत भारद्वाज, विक्की शर्मा, आदि उपस्थित रहे।