महान देशभक्त, विश्व कवि रविन्द्रनाथ टैगोर देश एवं मानवता के पुजारी: शीतल टण्डन
- पुण्य तिथि पर गुरू रविन्द्रनाथ टैगोर का जिला व्यापार मण्डल द्वारा स्मरण किया गया
सहारनपुर [24CN]। उ.प्र. उद्योग व्यापार मण्डल की जिला इकाई से जुड़े प्रमुख पदाधिकारियों की एक विशेष बैठक स्थानीय रेलवे रोड आयोजित की गयी। इस अवसर पर कला व साहित्य में रूचि रखने वाले व्यापारी प्रतिनिधियों ने भारत के लिए पहला नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने वाले कवि गुरू रविन्द्रनाथ टैगोर का स्मरण किया गया।
व्यापार मण्डल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन ने कहा कि गुरूदेव रविन्द्रनाथ टैगोर इस शताब्दी के महान कवि होने के साथ-साथ एक महान दार्शनिक, लेखक, उपन्यासकार, समालोचक कविंद्र रविन्द्र संगीत के जनक व नाटककार भी थे। उनके द्वारा रचित विश्व प्रसिद्ध गीताजंलि की रचना के साथ-साथ कहानियों में काबुलीवाला, डाकघर आदि विश्व स्तर की रचनाएं भारतीय साहित्य का दर्पण हैं। श्री टण्डन ने कहा कि देश के स्वतंत्रता आंदोलन में गुरूदेव रविन्द्रनाथ टैगोर का विशेष योगदान रहा है। उन्होने 1919 में जलियावाला बाग काण्ड के बाद इसके विरोध स्वरूप ब्रिटिश सरकार द्वारा दी गयी ‘सरÓ की उपाधि वापिस कर दी।
वह मानवतावादी व देशभक्ति को सर्वोपरि मानते थे और उनके द्वारा रचित गान दो देशों के राष्ट्रीयगान हैं इसमें हमारे देश का जनगणमन व बांग्लादेश का अमार सोनार बांग्ला शामिल हैं। उनके द्वारा 1921 में पश्चिमी बंगाल में शांति निकेतन जिसे विश्व भारती विद्यालय कहा जाता है कि भी स्थापना की गयी। वे सही मायनों में विश्व कवि थे, उन्होंने साहित्य, शिक्षा, कला, रंगमंच व संगीत के क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का जो परिचय दिया उसके कारण वे अपने आलोचकों की दृष्टि में भी सर्वश्रेष्ठ कवि थे। उन्होंने देश विदेश में घुमकर भारत का नाम रोशन किया। उनका जन्म 7 मई 1861 को कलकत्ता में हुआ और 7 अगस्त 1941 को उन्होंने अपनी जीवन यात्रा पूरी की।
उन्होंने विश्व के अनेक देशों जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, चीन, जापान आदि दर्जनों देश शामिल हैं, की यात्रा कर भारतीय संस्कृति व कला का प्रचार प्रसार किया और पूरे विश्व को शांति का संदेश दिया। ऐसे महान कवि, संत की रचनाएं भावी पीढिय़ों के लिए प्रेरणास्रोत का कार्य कर रही हैं। बैठक में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष शीतल टण्डन, जिला महामंत्री संजय भसीन, जिला कोषाध्यक्ष अनिल गर्ग, मेजर एस.के.सूरी, कर्नल संजय मिडढा, पवन कुमार गोयल, राजीव अग्रवाल, रमेश अरोडा, आदि व्यापारी मौजूद रहे।