शशि थरूर से युवती ने पूछा क्या है हैंडसम और करिश्माई होने का राज, मिले ये मजेदार जवाब

शशि थरूर से युवती ने पूछा क्या है हैंडसम और करिश्माई होने का राज, मिले ये मजेदार जवाब

New Delhi : कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार और अपने अंग्रेजी ज्ञान के लिए पहचाने जाने वाले शशि थरूर आए दिन सुर्खियों में बने रहते हैं. फिर चाहे उनकी हाजिर जवाबी हो, उनकी ओर से लाए गए अंग्रेजी से अजीबो गरीब शब्द हों. किसी ना किसी वजह से शशि थरूर मीडिया और लोगों के बीच छाए रहते हैं. ऐसा ही एक और ताजा मामला सामने आया है. इस बार शशि थरूर की फैन से जुड़ा एक मामला. दरअसल कांग्रेस सांसद की फीमेल फॉलोइंग भी काफी है. लिहाजा एक युवती ने भरी सभा में शशि थरूर से उनके लुक्स और समझदारी को लेकर एक सवाल कर दिया बस फिर क्या था जवाब सुनने के लिए हर किसी का ध्यान शशि थरूर की ओर से था. अपने व्यक्तित्व के मुताबिक शशि थरूर ने भी दिलचस्प जवाब दिया. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.

ये है पूरा मामला
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से नागालैंड में अपनी फैन की ओर से पूछे गए एक सवाल के वाकये को साझा किया है. उन्होंने बताया कि, हाल में वे नागालैंड विधानसभा चुनाव के दौरान गए थे. वहां उनकी एक फीमेल फैन ने पूछा कि कैसे एक ही समय में आश्चर्यजनक, हैंडसम, करिश्माई होने के साथ बुद्धिमान लगा जा सकता है. युवती ने थरूर से पूछा कि इसके पीछे क्या राज है.

मिला ये जवाब
थरूर ने अपनी फैन के सवाल का काफी दिलचस्प जवाब दिया. उन्होंने खुद इसका वीडियो भी शेयर किया है. ये वीडियो तेजी से वायरल भी हो रहा है. थरूर ने युवती के सवाल पर पहले तो जोरदार ठहाका लगाया. इसके बाद उन्होंने कहा कि, बहुत अच्छा (Sweet) और उदार (Kind) हैं. फिर उन्होंने कहा कि, आप अपने पैरेंट्स को चतुराई के साथ चुनें, क्योंकि ये सब आपके जीन्स पर ही निर्भर करता है.

हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि, इस सवाल के जवाब में मैं इतना ही कह सकता हूं कि, कुछ चीजें आपके हाथ में नहीं होती हैं. आप कैसे दिखते हैं ये पूरी तरह आपके जीन्स पर ही डिपेंड करता है. यानी आपको अपने माता-पिता समझदारी या चतुराई से चुनना चाहिए.

पढ़ने के शौक से बढ़ा नॉलेज
शशि थरूर ने खुद समझदार होने के सवाल पर कहा कि, मुझे बचपन से ही पढ़ने का बहुत शौका था. पढ़ने की इसी आदत के चलते नॉलेज में इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि, घर में शीशे का सामने बोलने की बजाय लोगों के बीच जाएं और उनके सामने कहें. इससे आपको अपने कहे पर जिस तरह की प्रतिक्रियाओं का सामना करने को मिलेगा वो भी आपको बहुत कुछ सिखाएगा.