प्रयागराज में आज से शुरू होगा मंत्रियों का जमावड़ा, मंत्रिमंडल समूह की बैठक कल

महाकुंभ नगर। संगम की रेती पर बुधवार को होने वाली मंत्रिपरिषद की बैठक में प्रयागराज समेत प्रदेश भर के कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित होंगे। लगभग सभी प्रस्ताव तैयार हो गए हैं। यह बैठक अब संगम तट पर अरैल स्थित अस्थायी सर्किट हाउस त्रिवेणी संकुल में होगी। श्रद्धालुओं की परेशानी को देखते हुए यह बैठक परेड मैदान स्थित प्रयागराज मेला प्राधिकरण के इंटीग्रेटेड कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में नहीं होगी। वर्ष 2019 के कुंभ के दौरान मंत्रिमंडल की बैठक सेंटर में ही हुई थी, जिसमें गंगा एक्सप्रेस वे का प्रस्ताव भी स्वीकृत हुआ था। इस बैठक में सभी 54 कैबिनेट, स्वतंत्र प्रभार व राज्य मंत्री को आमंत्रित किया गया है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक को लेकर लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। त्रिवेणी संकुल को सजाया जा रहा है, वहां विशेष हैंगर पंडाल में यह बैठक होगी। महाकुंभ नगर के इस अस्थायी सर्किट हाउस में 130 प्रीमियम स्पेशल काटेज बुक किए गए हैं। बड़ी संख्या में मंत्री और शासन के उच्चाधिकारी मंगलवार देर शाम तक महाकुंभ नगर पहुंच जाएंगे।
सीएम योगी कल आएंगे प्रयागराज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार की सुबह आएंगे। दोपहर 12 बजे से शुरू होने वाली इस बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित होंगे। इसमें प्रयागराज के भी कुछ प्रस्ताव हैं। काशी, प्रयाग, अयोध्या, चित्रकूट व विंध्याचल का धार्मिक सर्किट भी प्रमुख प्रस्तावों में से एक है। गंगा और यमुना पर ब्रिज तथा बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के विस्तार की परियोजना भी प्रस्तावित में शामिल हो सकती है।
कई विकास कार्यों के प्रस्तावों को मंजूरी की उम्मीद
केंद्रीय कारागार से बीपीसीएल के आगे तक तथा सुलेमसराय में एलिवेटेड फ्लाईओवर के प्रस्तावों को भी स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद मुख्यमंत्री के साथ सभी मंत्रीगण पवित्र त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी भी लगाएंगे। इसके बाद पूरी सरकार अक्षयवट, सरस्वती कूप, पातालपुरी व बड़े हनुमान मंदिर कारिडोर में दर्शन-पूजन करेगी। फिर सभी भोजन प्रसाद ग्रहण करेंगे।
बैठक में पास होंगे कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव- मेला अधिकारी
महाकुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि मंत्रिपरिषद की बैठक के लिए अरैल स्थित अस्थायी सर्किट हाउस त्रिवेणी संकुल में होगी। शासन ने यह निर्णय श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर किया है। पहले यह बैठक मेला प्राधिकरण के सभागार में प्रस्तावित थी। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित होंगे।