पुणे एयरपोर्ट पहुंची Covishield Vaccine की पहली खेप, दिल्ली के लिए हुई रवाना

मुंबई । भारत सरकार से मंजूरी मिलने के साथ ही कोविशील्ड वैक्सीन को लोगों तक पहुंचाने के काम ने तेजी पकड़ ली है। सीरम इंस्टीट्यूट में निर्मित COVID19 वैक्सीन ‘कोविशिल्ड’ को पुणे एयरपोर्ट से देश के विभिन्न स्थानों पर 16 जनवरी के वैक्सीन रोलआउट के लिए भेजा जा रहा है । पुणे एयरपोर्ट से COVID19 वैक्सीन ‘कोविशिल्ड वाली पहली उड़ान दिल्ली के लिए रवाना हो चुकी है। बता दें कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से पुणे अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट तक वैक्सीन के तीन ट्रक पहुंचाये जा चुके हैं। इन ट्रकों में आयी ये वैक्सीन आठ फ्लाइट्स के द़वारा देश के 13 अलग-अलग हिस्सों में पहुंचायी जाएगी। एस बी लॉजिस्टिक के एमडी संदीप भोसले ने बताया, वैक्सीन कीपहली फ्लाइट देश की राजधानी दिल्ली के लिए रवाना होगी।
इन वैक्सीन को महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में भेजने का कार्य एस बी लॉजिस्टिक कंपनी को सौंपा गया है। ये कंपनी अपने रेफ्रिजरेटर वाले ट्रकों के द़वारा कोरोना वैक्सीन को देश के विभिन्न स्थानों तक पहुंचाएगी। बता दें कि kool ex कंपनी बीते दस वर्षों से दवाओं और वैक्सीन को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने का काम करती आ रही है।
सीरम इंस्टीट्यूट को सरकार से मिला 11 मिलियन डोज़ का ऑर्डर
पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट को भारत सरकार की मंजूरी मिलने के साथ ही 11 मिलियन (1 करोड़ 10 लाख) कोविशील्ड वैक्सीन का ऑर्डर मिला है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस शुरुआती तौर पर कोविशील्ड वैक्सीन की कीमत 200 रुपये प्रति डोज रखी गई है। ज्ञात हो कि 16 जनवरी से पूरे देश में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हो रहा है। DCG की ओर से दो कोरोना वैक्सीन को आपातकालीन प्रयोग की मंजूरी दे दी गई है। इसमें ऑक्सफोर्ड की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन है।
इन वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका ने तैयार किया है, जबकि पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट ने इसका भारत में निर्माण किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि, हम फार्मा पीएसयू एचएलएल लाइफकेयर के जरिए वैक्सीन खरीदेंगे। सरकारी उपयोग के लिए हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (एचसीक्यू) को भी खरीदा गया था। सरकार इसकी खरीद के लिए अब भारत बायोटेक के साथ समझौते पर चर्चा कर रही है।