देवबंद व क्षेत्र में हर्षोल्लास व धुमधाम से मनाया गया करवा चौथ का त्यौहार

देवबंद व क्षेत्र में हर्षोल्लास व धुमधाम से मनाया गया करवा चौथ का त्यौहार
  • करवाचौथ के अवसर पर करवाचौध की कहानी सुनती विवाहित महिलाए

देवबंद [24CN]। रविवार को करवा चौथ (सुहागिन महिलाओं का त्यौहार) का धार्मिक पर्व नगर व क्षेत्र में श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस पावन पर्व पर विवाहित महिलाओं ने पूरे दिन व्रत रखकर ईश्वर से अपने पतियों की दीर्घायु की कामना की।

नगर व क्षेत्र में रविवार को करवा चौथ का पर्व श्रद्धा व उल्लास के साथ मनाया गया। नगर के मिश्रा कालोानी स्थित पवित्रा उपाध्याय के घर पर आस पास की विवाहित महिलाओं ने सुरज उगने से पहले तारों की छांव में सरगी आहार प्राप्त किया तथा दिन में नये-नये वस्त्र पहनकर साज-सज्जा के साथ पूरे दिन अपने-अपने पतियों की दीर्घायु के लिये व्रत रखा और करक कथा सुनने के बाद देर शाम छलनी से चांद के दर्शन व पति के चरण स्पर्श कर अन्न व पानी ग्रहण किया।

-क्यों मनाया जाता है करवाचौथ का त्यौहार

हिन्दू धर्म में नारी शक्ति को शक्ति का रूप माना जाता है। कहते हैं कि नारी को यह वरदान है कि वो जिस भी कार्य या मनोकामना के लिए तप या व्रत करेगी तो उसका फल उसे अवश्य मिलेगा। खासकर अपने पति के लिए यदि वे कुछ भी व्रत करती है तो वह सफल होगा। पौराणिक कथाओं में एक बार माता पार्वती ने अपने पति शिवजी को पाने के लिए तप और व्रत करती है और उसमें सफल हो जाती है तो वही दूसरी ओर सावित्री अपने मृत पति को अपने तप के बल पर यमराज से भी छुड़ाकर ले आती है। यानी स्त्री में इतनी शक्ति होती है कि वो यदि चाहे, तो कुछ भी हासिल कर सकती है। इसीलिए महिलाएं करवा चौथ के व्रत के रूप में अपने पति की लंबी उम्र के लिए एक तरह से तप करती हैं। तप का अर्थ होता है किसी चीज को त्यागना और किसी एक दिशा में आगे बढ़ना। महिलाएं इस दिन निर्जल व्रत करती हैं। चैथ का चांद को देखकर अपना व्रत खोलती हैं।

-कई दिन पहले से तैयारीयों में लग जाती है विवाहित महिलाए
हिंदू धर्म में करवा चौथ के व्रत की बड़ी प्राचीन मान्यता है। इस व्रत के लिये विवाहित महिलायें विगत कई दिन पहले से तैयारियां करती है बाजारों में कपड़े व मेकअप की दुकानों पर विवाहित महिलाओं की भारी भीड़ देखी जा सकती है। करवा चौथ की मान्यता है कि विवाहिता यदि इस व्रत को रखती है तो उसकी पति की आयु लंबी होती है तथा पूरे वर्ष उसके परिवार में खुशियां बनी रहती है।