चंडीगढ़ में पौत्र से मिलने गई महिला की मौत, अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका परिवार

निश्चित तौर पर लॉकडाउन कोरोना के संक्रमण को बचाने के लिए जरूरी है, लेकिन ऐसे हालात भी पैदा हो रहे हैं, जब इंसान बेबस नजर आता है। चंडीगढ़ में पौत्र से मिलने गई गांव की सबसे बुजुर्ग महिला लॉकडाउन में फंस गई। इस कारण वह गांव नहीं लौट सकी। चंडीगढ़ में ही बुजुर्ग महिला का निधन हो गया। इस कारण परिवार के अधिकतर सदस्य अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सके।

बागपत जनपद के शबगा गांव की परसंदी (98) का बड़ा बेटा धर्मपाल अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहता है। बुजुर्ग महिला अपने छोटे बेटे राजपाल के साथ गांव में रहती थी। राजपाल का छोटा बेटा बिन्नू चंडीगढ़ में रहता है। लॉकडाउन से करीब एक सप्ताह पूर्व बुजुर्ग महिला ने परिवार से अपने छोटे पौत्र से मिलने की इच्छा जताई। परिवार के सदस्य उन्हें लेकर चंडीगढ़ चले गए। इससे पहले वह वापस लौटती लॉकडाउन लग गया। लॉकडाउन होने के कारण वह वापस नहीं आ सकें।

वहीं सोमवार की रात में वृद्धा की चंडीगढ़ में ही मौत हो गई। लॉकडाउन होने के कारण वृद्धा के शव को गांव में नहीं लाया जा सका और न ही गांव से कोई उनके अंतिम दर्शनों के लिए चंडीगढ़ जा सके। शनिवार को राजपाल व बिन्नु ने चंडीगढ़ में ही उनका अंतिम संस्कार किया। शबगा में गम पसरा है।


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