जिलाधिकारी ने पशुओं को संक्रामक रोगों से बचाने हेतु मोबाईल पशु चिकित्सालय वैन को दिखाई हरी झण्डी

4 माह से छोटे पशु बच्चों तथा 7 माह से अधिक गर्भित मादा पशुओं का नहीं किया जायेगा टीकाकरण
जनपद में 45 दिनों तक चलेगा टीकाकरण अभियान, घर-घर जाकर लगाया जाएगा पशुओं को टीका
जिलाधिकारी ने पशुपालकों से की अपील, पशुओं का टीकाकरण अवश्य करवायें
सहारनपुर। जिलाधिकारी श्री मनीष बंसल द्वारा पशुओं को संक्रामक रोग खुरपंका-मुंहपका (एफ.एम.डी) से बचाव हेतु टीकाकरण कार्यक्रम में लगी हुई विभागीय टीकारकरण टीमों को कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गयी।
श्री मनीष बंसल ने बताया कि यह अभियान अगामी 45 दिनों तक चलेगा जिसमें पशुपालन विभाग की टीमों जनपद के समस्त गांव में घर-घर जाकर पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा। उन्होने अभियान की सफलता के लिये विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये और जनता से अपील की कि वे अपने पशुओं का टीकाकरण अवश्य करवायें तथा कोई भी पशु टीकाकरण से वंचित न रहें।
अपर निदेशक ग्रेड-2 डा० मेघश्याम सिंह ने बताया रैली के माध्यम से लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया गया। उन्होने बताया कि खुरपका-मुंहपका एक संक्रामक रोग है जो बीमार पशुओं से स्वस्थ पशुओं में तेजी से फैलता है और टीकाकरण ही इसका एक मात्र बचाव है। यह अभियान साल में दो बार चलाया जाता है तथा अगामी अभियान में जनपद में लगभग 555000 पशुओं का टीकाकरण किया जायेगा।
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा० मदनपाल सिंह द्वारा बताया गया है, कि यह टीकाकरण अभियान जनपद के 11 ब्लॉकों से संचालित किया जायेगा तथा इस अभियान में 32 टीमें उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारी एवं पशुचिकित्साधिकारी के मार्गदर्शन में कार्य करेगी तथा टीम के प्रभारी पशुधन प्रसार अधिकारी होगें। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि यह टीकाकरण 4 माह से छोटे पशु बच्चों तथा 7 माह से अधिक गर्भित मादा पशुओं में नही किया जायेगा। यह टीकाकरण पूर्णतः निशुल्क है जिसमें पशुपालक के द्वार पर जाकर टीकाकरण किया जायेगा तथा पशुओं के कान में पडे छल्ले की भारत पशुधन ऐप पर फीडिंग टीकाकरण कर्मी द्वारा की जायेगी जो अनिवार्य हैं। उनके द्वारा सभी पशुपालकों से अपील की गयी कि पशुओं को खुरपंका-मुंहपका की घातक बीमारी से बचाव हेतु टीकाकरण अवश्य करवायें तथा भारत सरकार की इस योजना को सफल बनायें।
इस अवसर पर डा० सुबोध कुमार, डा० के. के नागर, डा० मनोज कुमार, डा० समीर दत्त, श्री बिजेन्द्र सिंह, श्री सुभाष, श्री अमरीश, श्री जगत सिंह, श्री धर्मेन्द्र, श्री प्रताप सिंह तथा अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।