पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण ही सभी समस्याओं का एकमात्र हल: वर्मा
बेहट। भारतीय किसान यूनियन वर्मा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा ने कहा कि केंद्र व उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकारें किसान विरोधी हैं। इन सरकारों की किसान विरोधी नीतियों के चलते किसान बदहाली का शिकार है। उन्होंने पृथक पश्चिम प्रदेश के निर्माण को समय की आवश्यकता बताते हुए इसे जनांदोलन बनाने का भी आह्वान किया।
पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा आज यहां बेहट तहसील के गांव अलीवाला में आयोजित किसानों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे राज्यों के निर्माण से ही देश की उन्नति संभव है। उत्तर प्रदेश दुनिया का सबसे बड़ा राज्य है। बड़ा राज्य होने के कारण यहां की 25 करोड़ जनता गरीबी, महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, अव्यवस्था और गुंडागर्दी की चपेट में है तथा यहां की कानून-व्यवस्था चरमरा गई है।
श्री वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण जरूरी है। पृथक राज्य बनने पर यहां शिक्षा और चिकित्सा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की होगा और प्रति व्यक्ति वार्षिक आय दुनिया में कतर देश से भी अधिक होगी। भगतसिंह वर्मा ने कहा कि पृथक राज्य बनने पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों को गन्ने का लाभकारी मूल्रू 600 रूपए प्रति कुंतल नगद दिया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि अन्नदाता किसानों की उन्नति से ही देश की उन्नति संभव है। इसलिए किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिलाया जाएगा और उनकी उन्नति के लिए राष्ट्रीय किसान आय आयोग का गठन किया जाए।
बैठक की अध्यक्षता भाकियू वर्मा के प्रदेश सचिव मुनेश पाल बुद्धू व संचालन प्रदेश महासचिव आसिम मलिक ने किया। बैठक में राजपाल सिंह डायरेक्टर, मनोज चौधरी, प्रधान सुंदरपाल सिंह, सुरेंद्र सिंह एडवोकेट, प्रवीण चौधरी, सुमित चौधरी, सतीश दरोगा, तेजपाल सिंह, चौ. मांगेराम, चौ. सहेंद्र सिंह, राव सादिक, सतेंद्र सिंह, पप्पल चौधरी समेत सैंकड़ों किसान मौजूद रहे।