इस्लामी आतंकियों के हाथ में देश को नहीं छोड़ा जा सकता, देश को बचाने के लिए संतों को आना होगा आगे

इस्लामी आतंकियों के हाथ में देश को नहीं छोड़ा जा सकता, देश को बचाने के लिए संतों को आना होगा आगे

नई दिल्ली। जुमे के दिन हिंसा पर आज काशी धर्म परिषद में प्रस्ताव पारित हुआ। इसमें कहा गया कि इस्लामी आतंकियों के हाथ में देश को नहीं छोड़ा जा सकता है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। नफरत फैलाने वालों की संपत्ति जब्त की जाए। कट्टरपंथी नमाजियों के कारण देश का माहौल खराब हो रहा है। नुपुर शर्मा को धमकी देने वालों पर रासुका लगे। जिस मस्जिद में पथराव हुआ वहां तालाबंदी हो देश को बचाने के लिए संतों को सड़क पर उतरना होगा। देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर जेल का प्राविधान किया जाए। तकरीर करने वाले मौलानाओं के भाषण को रिकार्ड किया जाए।

लखनऊ के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा, ‘स्थिति अभी नियंत्रण में है। दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई होगी तथा उनकी संपत्ति को भी जब्त करने की कार्रवाई होगी। सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को जो क्षति हुई है उसकी वसूली भी न्यायिक प्रक्रिया के तहत की जाएगी।’

मुरादाबाद के एसएसपी हेमंत कुटियाल ने कहा, ‘कल जामा मस्जिद के बाहर लोगों ने नारेबाजी की और प्रदर्शन करने का प्रयास किया। मामले में हमने FIR दर्ज़ किया है जिसमें 10 अभियुक्त और करीब 80 अज्ञात नामजद हैं। मामले में करीब 25 लोगों को गिरफ़्तार किया है, जिनकी पहचान वीडियो और फोटो से की गई है।’

सहारनपुर के एसएसपी आकाश तोमर ने बताया, ‘कल लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था, जिसके क्रम में हमने चार FIR दर्ज की है। 48 लोग गिरफ्तार हुए हैं, कई धाराएं लगाई गई हैं। सोशल मीडिया और CCTV फुटेज के माध्यम से हमने 277 और लोगों को चिह्रित किया है।’

प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने बताया है कि थाना खुर्जा बाद और करेली में 29 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। 70 अभियुक्त और 5000 से ज्यादा अज्ञात को नामजद हैं। इनकी पहचान वीडियो के आधार पर की जा रही है। अब तक 68 लोग हिरासत में लिए गए हैं। इनपर गैंगस्टर एक्ट और NSA के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।