बिहार में नाथनगर स्टेशन उड़ाने की साजिश नाकाम, बम मिलने के बाद भागलपुर रूट पर ट्रेनों का परिचालन रोका
भागलपुर । बिहार के भागलपुर स्थित नाथनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या-तीन की पटरी पर बुधवार की रात बम मिलने से अफरा-तफरी मच गई। काले पॉलीथिन में लिपटे बड़े डिब्बे की आकृति वाले बम नुमा गोले पर इलेक्ट्रिक तार लिपटा था। बम मिलने की सूचना के बाद सुपर एसक्प्रेस, मालदा-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस और फरक्का एक्सप्रेस समेत कई ट्रेंनें व मालगाडि़यां जहां-तहां घंटों रुकी रहीं।
छावनी में तब्दील हुआ नाथनगर स्टेशन, रेल परिचालन रोका
घटना की जानकारी होने पर एसएसपी निताशा गुडि़या समेत आसपास के थानों की पुलिस टीम वरीय पदाधिकारी भी पहुंच गए। नाथनगर स्टेशन पुलिस छावनी में बदल गया। सभी प्रवेश नाके पर कड़ा पहरा बिठा दिया गया। रेल अधिकारियों ने कंट्रोल रूम को सूचना दी। इसके बाद ट्रेनों को निकट के रेलवे स्टेशनों पर रोक दिया गया।
पुलिस जांच शुरू, जमालपुर से आ रहा बम निरोधक दस्ता
इस बीच एसएसपी के निर्देश पर डॉग स्क्वाड ने पहुंच कर आसपास की जगहों का मुआयना शुरू कर दिया। जमालपुर से बम निरोधक दस्ता भी रवाना हो चुका है। यह दस्ता बम की जांच करेगा। इसके बाद ही तस्वीर पूरी तरह साफ होगी कि बम जैसी दिखने वाली वस्तु वाकई में बम ही है या शरारती तत्वों ने सनसनी फैलाने के लिए कुछ और रख दिया है। इस बीच पुलिस के जवानों ने बरामद बम पर ईंट फेंक परखने का प्रयास किया, लेकिन ईंट की चोट पर भी कोई धमाका नहीं हुआ। पुलिस के एक जवान ने उसे उठा कर सुनसान और सुरक्षित जगह पर पटका, फिर भी कोई धमाका नहीं हुआ।
रेल पटरी पर पहले भी कई बार मिल चुके हैं बम
रेल पटरी पर पूर्व में भी कई बार बम बरामद किए जा चुके हैं। 1989-90 में लैलख, इशाकचक रेल क्षेत्र में पटरी पर तीन बम बरामद किए गए थे। 1993 में मुरारपुर हाल्ट, उरैन हाल्ट में बम मिले थे। 2002 में कजरा में विस्फोटकों से भरी प्लास्टिक की बाल्टी बरामद की गई थी। जांच में तब इसके तार नक्सली संगठन से जुड़े थे। 2012 में में भी रेलवे पटरी पर कबीरपुर के समीप एक बम बरामद किया गया था।