जिला उद्योग केंद्र की भूमि को एक परिवार को बेच दिए जाने के मामले ने पकडा तूल

देवबंद [24CN] : नगर के रेलवे रोड स्थित जिला उद्योग केंद्र की भूमि को एक परिवार को भेज दिए जाने का मामला फिर से तूल पकड़ने लगा है ’ एक परिवार को बाजार रेट से बेहद कम कीमत पर आवंटित करने का जिला उद्योग केंद्र पर आरोप लगा है। जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से नाराज गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सेठ कुलदीप छाबड़ा ने सीएम के संज्ञान में लाकर न्याय न मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

मंगलवार को अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए सेठ कुलदीप छाबड़ा ने बताया कि उनके पिता स्व. मेलाराम की नूरपुर अंदर हदूद में खसरा नंबर 570 व 573 (2 बीघा 5 बिस्से) यानि 4500 वर्ग मीटर जमीन है। जिसे रूरल इंडस्ट्रीज प्रोजेक्ट (आरआईपी) के अंतर्गत वर्ष 1952 में अधिग्रहित कर लिया गया था। उन्होंने बताया कि जिला उद्योग केंद्र द्वारा वर्ष 1975 में अपना आवास व कार्यालय को स्थायी रूप से सहारनपुर में स्थानान्तरित कर लिए जाने से भूमि पर बने आवास और कार्यालय खंडरहर में तब्दील हो गये। सेठ कुलदीप छाबड़ा का आरोप है कि अब 46 वर्षो बाद उक्त भूमि का 1/2 भाग (करीब 1900 वर्ग मीटर) नगर के एक व्यापारी को मात्र दो हजार 520 प्रतिवर्ग मीटर की दर से मात्र 47 लाख रूपये में चार अलग-अलग लोगों के नाम आवंटित कर दी जबकि इसका  मूल्य कहीं अधिक है।

चार लोगों पर जमीन आवंटित करने का आरोप
छाबड़ा का आरोप है कि चार लोगों के नाम आवंटित की गई जमीन पर एक ही गेट लगाकर चार दिवारी करा एक ही व्यक्ति का कब्जा कर दिया गया है।  जबकि इस जमीन को चार अलग-अलग भागों में बांटा जाना था। उन्होंने प्रशासन से नियम विरूद्ध हुए आवंटन को निरस्त कर उद्योग लगाने के लिए प्राथमिकता के आधार पर भूमि के आवंटन के आदेश उनके हक में पारित कराए जाने की मांग की है।

जिला उद्योग केंद्र ने आरोप  बताये निराधार
जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त सिद्धंात यादव ने सेठ कुलदीप छाबड़ा के आरोपों को बेबुनियाद बताया। कहा कि वर्ष 1952 में रेवन्यू बोर्ड ने उक्त जमीन को अधिग्रहित किया था। उसका मुआवजा मिला या नहीं यह उनके क्षेत्र का मामला नहीं है। अब जिन लोगों को जमीन आवंटित की गई है उसे बाकायदा उद्योग बंधु की बैठक में मानक पूरे होने के बाद डीएम की संस्तुति पर  आवंटित किया गया है। बताया कि यदि उक्त जमीन के चार भागो में चारदीवारी नहीं हुई है तो मामले की जांच करा कार्रवाई की जाएगी।