सीएए को बताया देश विरोधी, दुकानों पर चिपकाए ‘नो एनआरसी’ के पर्चे, ईवीएम बैन करने की भी मांग

सीएए को बताया देश विरोधी, दुकानों पर चिपकाए ‘नो एनआरसी’ के पर्चे, ईवीएम बैन करने की भी मांग

सहारनपुर के बेहट और मिर्जापुर में मुस्लिम समुदाय के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। युवा जागृति मंच के कार्यकर्ताओं ने सीएए के खिलाफ राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।

बुधवार को बेहट एवं मिर्जापुर में मुस्लिम समुदाय के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान नहीं खोलें। युवा जागृति मंच संगठन के कार्यकर्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार ने सीएए जैसा जनविरोधी कानून पास किया है। धर्म के आधार पर बनाए गए कानून से देश की एकता अखंडता को खतरा है। इसके साथ ही देश में ईवीएम को बैन किया जाए। प्रदर्शन करने वालों में मंच के अब्दुल कुद्दूस राईन, अब्दुल बारी, सुरेंद्र गौतम, फरीद बाबा, एडवोकेट सन्नी गौतम, सद्दाम मलिक, सोनू अंसारी, नौशाद मलिक, मौलाना हैदर, मोबिन राईन, गुलशन इकबाल आदि शामिल रहे।

चिलकाना और पठेड में मुस्लिम समुदाय के लोगों की दुकानें बंद रहीं। गांव पठेड में कुछ लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर शटर पर नो एनआरसी, नो सीएए के पर्चे चिपकाए। इस दौरान पुलिस चौकन्नी रही। थाना प्रभारी मनोज चौधरी ने पुलिस की टीमें बनाकर हालात पर नजर रखी।

नकुड़ में पुराना बस स्टैंड, तहसील रोड और बस स्टैंड पर लोगों ने दुकानें बंद रखीं। पोस्टर भी चस्पा किए। बंद का असर सुबह लगने वाली सब्जी मंडी में भी दिखा। मुस्लिम समाज के लोगों ने सब्जी व फलों की रेहड़ी भी नहीं लगाई। कोतवाल सुशील सैनी लगातार मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र पुराना बस स्टैंड आदि में गश्त करते रहे।

जबरन दुकानें बंद कराने पर 12 के खिलाफ रिपोर्ट
कोतवाली पुलिस ने जबरन दुकानें बंद कराने के आरोप में 12 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई। बुधवार को नागरिकता संशोधन कानून एवं एनआरसी के विरोध में जबरन दुकानें बंद कराने के आरोप में पुलिस ने कस्बे के मोहल्ला मनिहारान निवासी आदिल पुत्र हारून नबी, आसिफ नबी पुत्र आलेनबी, मुजम्मिल पुत्र डामल उर्फ असलम, अजीम मलिक पुत्र यासीन, छोटा पुत्र यासीन, कमरुज्जमा पुत्र जाहिद, मोहल्ला गाड़ान निवासी मुनफैद पुत्र फूजा, बबलू पुत्र मालिक, महमूद उर्फ एमडी, मोहल्ला महाजनान निवासी फैसल मलिक पुत्र फरमान, मोहल्ला शहरी दरवाजा निवासी कलीम पुत्र शकील पीरजी समेत 12 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की।

पुलिस का कहना है कि ये सभी लोग इकट्ठे होकर जबरदस्ती बाजार में दुकानें बंद करा रहे थे। पुलिस के रोकने के बाद भी नहीं रुके। जब इन लोगों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया, तो मौके से फरार हो गए।


विडियों समाचार