आठ दिनों से लापता युवक की लाश सड गली हालत में ईख के खेत में मिली

- मृतक युवक के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग करते मृतक परिजन व ग्रामीण
देवबंद [24CN]: विगत एक सप्ताह से घर से गायब हुये युवक का शव सडी गली हालत मे खेत में पडा मिलने पर क्षेत्र मे सनसनी फैल गयी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गयी तथा शव को पोस्टमार्टम के लिये जिला अस्पताल भेज दिया। बताया जाता है कि युवक को उसके ही परिचित ने अपनी पत्नि से अवैद्य संबध होने के शक के चलते गला घोंटकर व ईटों से पीटकर मौत के घाट उतार दिया। उधर पीडित परिवार के सदस्यों व ग्रामीणों ने पुलिस पर मामले में आरोपी पक्ष को सहयोग करने का आरोप लगाते हुये कोतवाली में जमकर हंगामा काटा।
कोतवाली क्षेत्र के गांव घ्याना निवासी तेलूराम का पुत्र पंकज (27) बीती आठ नवंबर को गांव का ही एक युवक बुलाकर ले गया था। जिसके बाद से उसका पता नहीं चला। पंकज का शव मंगलवार को गांव के ही सुमित के खेत में मिला। जबकि परिजनों ने पंकज का कोई सुराग न मिलने पर बीती 13 नवंबर को उसकी गुमशुदगी दर्ज करादी थी। सुमीत के खेत में मंगलवार को गन्ने की कटाई का कार्य चल रहा था। इसी दौरान गन्ने के खेत में एक साइकिल दिखाई दी जब गन्ना काटने वाले खेत से साइकिल निकालने लगे तो कुछ दूरी पर ही खेत में एक शव पड़ा देख उनकी चीखें निकल गई। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई जिसके बाद पुलिस के पहुंचने पर शव को बाहर निकलवाया गया तो उसकी पहचान कई दिनों से लापता पकंज की हुई। शव मिलने की जानकारी पर पंकज के परिजन भी पहुंच गए। पंकज का शव देखकर उनमे मातम पसर गया। पुलिस ने शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों ने पंकज की हत्या का आरोप गांव के ही संदीप समेत तीन-चार लोगों पर लगाते हुए तहरीर दी। कोतवाली प्रभारी योगेश शर्मा ने बताया कि पंकज की हत्या ईंटो से सिर पर प्राहर कर की गई है। उन्होंने बताया कि मृतक के भाई की तहरीर पर गांव के ही संदीप समेत तीन अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। योगेश शर्मा ने बताया कि पुलिस घटना की जांच कर रही है। उनके मुताबिक आरोपी की गिरफ्तारी को टीम लगाई गई है।
उधर, मृतक के परिजन व ग्रामीण देर शाम बडी संख्या में कोतवाली पहुंचे और जमकर हंगामा काटा। ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस द्वारा आरोपियों की मदद की जा रही है तथा उनकी रिपोर्ट भी सही तरीके से नही लिखी गयी है। हंगामा कर रहे लोगों को पुलिस ने समझा बुझाकर सही कार्यवाही का आश्वासन शांत किया। आश्वासन के बाद ग्रामीण चले गये।