जम्मू आतंकी हमले में हुआ बड़ा खुलासा, 29 जनवरी की शाम को लखनपुर से निकला था ट्रक

जम्मू आतंकी हमले में हुआ बड़ा खुलासा, 29 जनवरी की शाम को लखनपुर से निकला था ट्रक

आतंकियों को कश्मीर ले जाने में शामिल ट्रक 29 जनवरी की शाम सात से आठ बजे के बीच प्रदेश में लखनपुर के रास्ते दाखिल हुआ था। इस बात का खुलासा नगर कमेटी लखनपुर की ओर से काटी जाने वाली अड्डा पर्ची से हुआ है। अड्डा पर्ची काटने वालों ने ट्रक की पर्ची काटी, इसके बाद ट्रक आगे रवाना हो गया। दर्ज आंकड़ों को खंगालने पर पता चला कि ट्रक को 29 जनवरी को 39वें नंबर की पर्ची काटी गई थी।

सूत्रों के अनुसार आतंकियों को कश्मीर पहुंचाने के लिए इस बार भी साल 2018 में जम्मू के झज्जर कोटली में हुए आतंकी हमले जैसे हथकंडे अपनाए गए थे। आतंकियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा की ओर से घुसपैठ की, जिसके बाद दियालाचक के आसपास से उन्हें ट्रक में बिठाया गया।

आतंकी घुसपैठ को लेकर उठे सवाल
पिछले लगभग 15 दिनों से हीरानगर सेक्टर से आतंकियों की घुसपैठ को लेकर इनपुट मिल रहे थे। पहाड़पुर या फिर सटे अन्य इलाकों से घुसपैठ की आशंका को लेकर सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो चुकी थीं। बावजूद उसके घुसपैठ सफल रहना सवाल खड़े करता है। यह पहली बार नहीं है कि आतंकियों ने इस रूट का घुसपैठ के लिए इस्तेमाल किया हो।

तीनों आतंकी कठुआ के हीरानगर बॉर्डर से घुसे

शुरूआती जांच में पता चला है कि मारे गए तीनों आतंकी पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के थे। ये तीनों कठुआ के हीरानगर बॉर्डर से घुसे थे। यह आतंकी दियालाचक से ट्रक में बैठे थे। यह तीनों पाकिस्तानी थे, जिनके पास से भारी संख्या में हथियार बरामद किए गए हैं। संभवत: आतंकी किसी बड़े हमले की फिराक में थे। इनको ले जाने वाले तीनों ओवरग्राउंड वर्कर भी पकड़े गए हैं। मामले में पूछताछ जारी है। -दिलबाग सिंह, डीजीपी, जेके पुलिस

जिस जगह के बारे पुलिस की तरफ जानकारी दी गई है, वहां पर बीएसएफ की टीम ने दौरा किया है। मौके पर कहीं से फेंसिंग नहीं कटी हुई है। न ही घुसपैठ की कोई जानकारी है। अभी तक उन लोगों से भी बात नहीं हुई, जिन्होंने इसकी जानकारी दी है। बॉर्डर से घुसपैठ की पुष्टि होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।– अखिलेश्वर सिंह, डीआईजी, बीएसएफ

दो दिन पहले घुसपैठ कर दाखिल हुए थे आतंकी

बन टोल प्लाजा पर मारे गए तीनों जैश के आतंकी तीन दिन पहले घुसपैठ कर दाखिल हुए थे। माना जा रहा है कि इन्हें मानसर के रास्ते कश्मीर जाना था। लेकिन किसी वजह से उन्होंने जम्मू-श्रीनगर हाईवे का रास्ता चुन लिया। बताते हैं कि बेई नाले से घुसपैठ करने के बाद वे घगवाल और कूटा तक पहुंचे। यहां से वे सांबा के चीची माता मंदिर तक आए जहां से मानसर का रास्ता पकड़ना था। घटना के बाद देर शाम सुरक्षा एजेंसियों की टीम पकड़े गए लोगों को साथ लेकर सांबा पहुंची। यहां चीची माता मंदिर के पास उन्होंने क्राइम सीन क्रिएट कर काफी देर तक जांच पड़ताल की।
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