स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस में मिला नोटों से भरा बैग, इतना रुपया कि रात 12:15 बजे तक चली गिनती
कानपुर । नई दिल्ली से जयनगर बिहार जा रही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस जब साेमवार रात कानपुर सेंट्रल पहुंची तो उसके पैंट्रीकार में नोटों से भरा बैग मिला। पहले तो मंगलवार को यह खबर बाहर ही नहीं आने दी गई, लेकिन रात करीब आठ बजे रेलवे के अफसरों ने इसकी जानकारी तो आधा मामला सामने आया। इसके बाद जीआरपी ने आयकर विभाग को सूचना दी। पहले तो अफसरों में इस बात की चर्चा रही कि ताला लगा होने के कारण बुधवार तक नोटों की गिनती हो सकेगी, लेकिन मंगलवार देर रात 12:15 पर ही नोटों की गिनती पूरी हो गई। बता दें कि अब तक बैग पर किसी ने दावा नहीं पेश किया है।
नई दिल्ली से आकर कानपुर सेंट्रल पर रुकी थी ट्रेन
नई दिल्ली से जयनगर जाने वाली स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कोविड स्पेशल ट्रेन नई दिल्ली से सोमवार रात 9:15 पर चली और देर रात 2:51 पर कानपुर सेंट्रल पहुंची। इसी दौरान पैंट्रीकार के कर्मचारियों ने रेलवे अफसरों को ट्रेन में लाल रंग का ट्राॅली बैग काफी देर से पड़े होने की सूचना दी। जिसके बाद जीआरपी और आरपीएफ की संयुक्त टीम वहां पहुंची और स्कैनिंग करने के बाद जीआरपी ने बैग को अपने कब्जे में ले लिया। इस घटनाक्रम के चलते 19 मिनट बाद रात 3:10 पर ट्रेन को जयनगर के लिए रवाना कर दिया गया। बैग की स्कैनिंग के दौरान उसमें नोट होने की जानकारी जीआरपी और आरपीएफ को हो गई थी लेकिन शाम तक नोटों से भरे बैग की कहानी छिपाए रखी गई।
देर रात 12:15 पर पूरी हुई नोटों की गिनती
सभी कोई इस बात को लेकर आशंकित था कि नोटों की गिनती बुधवार को संभव हो सकेगी, लेकिन रात 12:15 पर नोटों की गिनती पूरी हुई। इसमें कोई दोराय नहीं कि मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया गया। जीअारपी और रेलवे प्रशासन के अफसरों की माैजूदगी में हुई गिनती के दौरान लाल ट्रॉली बैग से कुल एक करोड़ 40 लाख रुपये बरामद हुए। इतनी बड़ी संख्या में धनराशि बरामद हाेने के बाद रेलवे के सभी अफसर सन्न रह गए।
इनका ये है कहना
नोट की गिनती कर ली गयी है। कल आयकर अधिकारियों को बरामद रुपये सौंप दिए जाएंगे। नोट किसके हैं इसकी जांच की जा रही है। -हिमांशु कुमार उपाध्याय, डिप्टी सीटीएम