दर्शकों ने सीता जन्म लीला के मंचन पर लगाये जयकारें

- रामलीला में मचंन करते कलाकार
देवबंद [24CN] : श्री विष्णु कला मंडल देवबंद के तत्वाधान में आयोजित रामलीला महोत्सव वर्ष 2021 के दूसरे दिन बीती रात कैलाश पर्वत तलहटी, रावण कारागार, व सीता जन्म का मनोहारी मंचन किया गया। मंचन को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। शनिवार को मंचन के दौरान दिखाया गया कि रावण जिस समय मारीच के साथ पुष्पक विमान में सवार होकर कैलाश पर्वत के ऊपर से गुजर रहा था, अचानक उसका विमान रुक गया । विमान रुकने के बाद कैलाश पर्वत को उखाड़ फेंकना चाहा पर उसका सारा बल धरा रह गया, सारा अभिमान चूर हो गया फिर उसने भगवान शंकर से क्षमा मांगी और उनकी महिमा का बखान किया ।
इससे प्रसन्न होकर भगवान भोलेनाथ ने उन्हें चंद्रहास नामक तलवार भेंट की तथा कहा कि तुम प्रतिदिन इसकी पूजा करना , यदि तुम इसकी पूजा करना भूल गए तो यह मेरे पास वापस आ जाएगी और वही तुम्हारा अंतिम समय माना जाएगा । उसके बाद रावण ने पृथ्वी लोक पर हॉ हॉकार मचा दिया ,रावण का पुत्र मेघनाथ राज कर के रूप में ऋषि मुनियों का खून निकाल कर ले गया, जिस पर ऋषि मुनि ने क्रोधित होकर उसको श्राप दिया कि यही रक्त उनके नाश का कारण बनेगा। मेघनाथ उस रक्त से भरे घड़े को मिथिलापुरी की सीमा में दबा आया। राजा जनक ने जब अकाल पड़ने के कारण पत्नी सहित सोने का हल खेतों में चलाया तो उनका हल उसी रक्त के घड़े से टकराया और उस घड़े से सुंदर कन्या का जन्म हुआ। सीता जन्म पर श्रद्धालुओं ने लगाये जयकारें।
रावण की भूमिका भरत शर्मा ने शंकर की आकाश सैनी ने और नंदी की लाखन, मारीच व जनक की भूमिका अमित सैनी ने निभाई। ऋषि-मुनियों में सतबीर काका व मोहन चैहान ने शानदार अभिनय किया। इस अवसर पर मंडल संचालक नरेश मित्तल, मुख्य निर्देशक अशोक शर्मा, अध्यक्ष नितिन गुप्ता, कोषाध्यक्ष गगन मित्तल, महामंत्री सचिन शर्मा, सह कोषाध्यक्ष निखिल अग्रवाल, सचिन माहेश्वरी, तुषार मित्तल, निर्देशक बलवीर सैनी आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।