हमलावरों ने घर में घुसकर बरसाईं गोलियां, महिला ने तोड़ा दम, पांच दिन पहले की थी बेटे की हत्या
बागपत में शताब्दीनगर के एक मकान में घुसकर दो हमलावरों ने डीडीए कर्मचारी की पत्नी सुदेश और उनकी मौसी के बेटे पर फायरिंग कर दी। इसके बाद हमलावर हथियार लहराते हुए फरार हो गए।
वहीं इलाज के दौरान महिला ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। जबकि युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। पांच दिन पहले ही सुदेश के बेटे नीशू की गोली मारकर हत्या की गई थी। उस मामले में भी पुलिस हमलावरों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
शताब्दीनगर निवासी ऋषिपाल दिल्ली के डीडीए विभाग में कार्यरत हैं। पांच दिन पहले उनके बेटे नीशू की हत्या हो गई थी। घर में गम का माहौल था। बृहस्पतिवार देर शाम उनकी पत्नी सुदेश, उनकी मौसी का लड़का मलकपुर गांव निवासी संजीव पुत्र महावीर और सुदेश की जेठानी घर पर बैठे हुए थे। इस बीच नीशू के दो दोस्त बाइक पर सवार होकर घर पहुंचे और तमंचे से फायरिंग शुरू कर दी। सुदेश के सिर और संजीव की कनपटी में गोली लगी। वारदात के बाद हमलावर तमंचे लहराते हुए भाग निकले।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच की। दोनों को दिल्ली रेफर किया गया। जहां उपचार के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। सीओ रामानंद कुशवाहा का कहना है कि रंजिश में हत्या की गई है। जांच की जा रही है। हालांकि देर रात तक रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी थी।