प्रभु की प्राप्ति ही होना चाहिए जीवन का उद्देश्य : राधिका
- सहारनपुर में श्रीमद् भागवत महापुराणा कथा का बखान करती राधिका दीदी।
सहारनपुर। कथाव्यास राधिका दीदी ने कहा कि भगवान धर्म की स्थापना के लिए अवतार लेते हैं। कथाव्यास राधिका दीद ी आज यहां राधा विहार स्थित महाशक्ति पीठ वैष्णवी महाकाली मंदिर में श्रीमद् भागवत महापुराण कथा की अमृत वर्षा कर रही थी। उन्होंने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का प्रसंग सुनाकर भक्तों को भावविभोर कर दिया।
उन्होंने कहा कि जब-जब धरा पर पाप बढ़ता है, तब-तब धर्म की स्थापना और पाप के विनाश के लिए प्रभु का अवतार होता है। अपने भक्तों की रक्षा के लिए प्रभु हरसंभव आते हैं। उन्होंने कहा कि यह सृष्टि परमात्मा के अधीन हैं। परमात्मा ही इसके स्वामी हैं। उस परमात्मा के बिना इस चराचर में कोई क्रिया संभव नहीं है। इसलिए प्रत्येक जीव को हरि की शरण में जाकर हरि की प्राप्ति मार्ग अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बृज में जो गोपियां भगवान की बाललीला में आनंद लेती हैं, उन्होंने जन्म-जन्म तप करके भगवान का अखंड आशीर्वाद प्राप्त किया और भगवान ने उन्हें अपनी बाललीला में सहभागी बनाया और परम आनंद प्रदान किया। उन्होंने कहा कि प्रभु की प्राप्ति ही जीवन का उद्देश्य होना चाहिए।
इस अवसर पर मेहर चंद जैन, अश्विनी काम्बोज, मुकेश काम्बोज, नरेश चंदेल, नरेश शर्मा, नरेश अग्रवाल, सागर गुप्ता, अभिषेक पुंडीर, अनिल कुमार, राजेंद्र यादव, गीता, बबीता, करूणा, सुनीता, सुचेता, सुदेश, वर्षा, किरण, बबली आदि मौजूद रहे।