12 साल की बच्ची की कोरोना से मौत, परिवार के पास संस्कार तक के नहीं थे पैसे, फिर यह सिख बना सहारा

नई दिल्ली: दिल्ली के कोरोना अस्पतालों से शव ले जाकर अंतिम संस्कार करने वाली संस्था के संस्थापक जितेंद्र सिंह शंटी ने एक बार फिर वो काम कर दिखाया है जो सरकारें नहीं कर पाई। दरअसल कोरोना से 12 साल की बच्ची की मौत हो गई थी जिसके बाद परिवार के पास उसके अतिंम संस्कार करने के लिए पैसे तक नहीं थे। ऐसे में जितेंद्र सिंह शंटी ने कोरोना के डर को भूलकर बच्ची का अंतिम संस्कार किया।