टीईटी पेपर लीक कांड शिक्षकों व परीक्षार्थियों के साथ धोखा: मुजफ्फर
सहारनपुर [24CN]। कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौ. मुजफ्फर अली ने कहा कि यूपीटीईटी परीक्षा का पेपर लीक होने से साफ है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ परीक्षा की तैयारी करने वाले नौजवानों को नहीं बल्कि नकल माफियाओं को रोजगार दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि 70 लाख रोजगार देकर प्रदेश को नम्बर वन बनाने का वायदा किया गया था परंतु पेपर लीक कराने में उत्तर प्रदेश को नम्बर वन बना दिया गया है।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष चौ. मुजफ्फर अली आज यहां गुरूद्वारा रोड स्थित महानगर कांग्रेस कार्यालय प पत्रकारों के साथ वार्ता कर रहे थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश में टीईटी पेपर लीक होने के मामले को शिक्षक बेरोजगार युवकों के साथ सरकार की धोखेबाजी बताते हुए कहा कि हर वक्त बुलडोजर चलाने व सम्पत्ति जब्त करने की बात करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पेपर लीक कांड में संलिप्त सरकारी अधिकारियों व भाजपा नेताओं के खिलाफ बुलडोजर कहां और कब चलाएंगे। उन्होंने कहा कि एसटीएफ ने उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा पेपर लीक कांड के मास्टर माइंड के रूप में राय अनूप प्रसाद को गिरफ्तार किया है। अनूप प्रसाद ने सीधे परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय कुमार उपाध्याय से डील की है।
उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्र छापने का ठेका लेने वाली कम्पनी आरएसएम फिनसर्व लि. के निदेशक राय अनूप प्रसाद से संजय उपाध्याय की संलिप्तता सामने आई है। राय अनूप प्रसाद मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर के रहने वाले हैं और बिहार के नरखटियागंज क्षेत्र से भाजपा विधायक रश्मि वर्मा के भाई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अनूप की कम्पनी मानकों पर खरा नहीं उतरती। उनके पास सिक्योरिटी प्रिंटिंग की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी। इसकी जानकारी होने के बावजूद भी संजय उपाध्याय ने अनूप की कम्पनी की बिना कोई गोपनीय जांच कराए ही वर्क आर्डर कैसे दिया, उसकी प्रिंटिंग प्रैस का निरीक्षण तक नहीं किया।
महानगर अध्यक्ष वरूण शर्मा ने कहा कि गोरखपुर का निवासी होने के साथ ही भाजपा विधायक का भाई होने का पूरा लाभ अनूप प्रसाद को मिला है और सत्ता के गलियारों में उसकी पैठ के कारण ही मानकों को नजरअंदाज करते हुए गैरकानूनी रूप से उसे पेपर छापने की जिम्मेदारी दी गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी की भाजपा सरकार 20 लाख परीक्षार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की अपराधी है।