जम्मू: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जम्मू दौरे से पहले शुक्रवार को आत्मघाती हमले की साजिश नाकाम कर दी। मुठभेड़ में दो आतंकी तो मारे गए, लेकिन उन्होंने मरने से पहले बूबी ट्रैप बिछाया था। दरअसल उन्होंने आइईडी को स्नानगृह में सक्रिय कर दिया था जहां से वे छिपकर सुरक्षाबलों पर गोलीबारी कर रहे थे। इसके अलावा उन्होंने दो ग्रेनेड की पिन निकाल परिसर में छोड़ दिया था। आत्मघाती जैकेट के पिन भी आन रखे थे। इस तरह उन्होंने सुरक्षाबलों के लिए बूबी ट्रैप (साजिश कर फंसाना) तैयार कर रखा था ताकि अगर सुरक्षाबल उनके मारे जाने के बाद असावधानी बरतें तो वहां जोरदार विस्फोट हो जिससे बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी मारे जाएं। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के बाद दो ग्रेनेड और एक आइईडी को धमाका कर नकारा बनाया।

कैसे चली मुठभेड़ :

तड़के सैन्य क्षेत्र सुंजवां के जलालाबाद में आतंकियों ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) जवानों से भरी बस पर पहले ग्रेनेड फेंका और फिर आगे खड़ी जिप्सी पर अंधाधुंध गोलीबारी की। करीब चार घंटे तक चली मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने जैश-ए-मोहम्मद के दो आत्मघाती आतंकियों को मार गिराया। मुठभेड़ में सीआइएसएफ के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर एसपी पटेल बलिदान हो गए। 10 सुरक्षाकर्मी जख्मी भी हुए हैं। गोलीबारी के बीच सुरक्षा बलों ने नागरिकों को सुरक्षित निकाला। मारे गए आतंकी हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ कर जम्मू में दाखिल हुए थे। सीआइएसएफ का प्रतिष्ठान उनका निशाना था। घटना की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की टीम दोपहर बाद मौके पर पहुंच गई। मुठभेड़ के दौरान क्षेत्र के स्कूल बंद रखे गए।

मुठभेड़ स्थल प्रधानमंत्री के रैली स्थल पल्ली से करीब 20 किलोमीटर दूर है। इस मुस्लिम बहुल इलाके से कुछ ही दूरी पर सुंजवांं ब्रिगेड और सीआइएसएफ का एक प्रतिष्ठान है। मारे गए आतंकियों की उम्र 20- 25 साल के बीच थी। दोनों पाकिस्तान के रहने वाले बताए जाते हैं। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कि गुरुवार रात को ही आतंकियों के हमले का इनपुट मिल गया था। वे प्रधानमंत्री की रैली में खलल डालना चाहते थे। इसके बाद सुंजवां और इससे सटे इलाकों में पुलिस ने सीआरपीएफ, सीआइएसएफ व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया था।

इस तरह घेरा गया आतंकियों को :

पुलिस ने सुंजवां में एक मोहल्ले विशेष और कुछ नालों को घेर रखा था। सुंजवां के जलालाबाद इलाके में गोल मस्जिद के सामने की मुख्य सड़क पर पुलिस और सीआइएसएफ के साथ नाका लगाया। यह सड़क सीआइएसएफ के एक प्रतिष्ठान की तरफ जाती है। यहां पुलिस का एक सब इंस्पेक्टर अपनी जिप्सी और अन्य जवानों के साथ तैनात था। उनके साथ सीआइएसएफ जवानों का दस्ता बस में सवार था। तड़के करीब 3:30 बजे बरमीनी की तरफ जाने वाले रास्ते से आतंकी निकले। वे मुख्य सड़क पर आकर सीआइएसएफ के प्रतिष्ठान की ओर बढ़ने लगे। उन्होंने नाके पर सीआइएसएफ की बस पर पहले ग्रेनेड फेंका और फिर अंधाधुुंध गोलियों की बौछार कर दी। चालक ने तुरंत बस को पीछे मोड़ा ताकि फायरिंग से बचाया जा सके। इस बीच जिप्सी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने जवाबी कार्रवाई कर दी। इससे आतंकी जान बचाकर भागे और पास में ही शटरिंग के सामान की दुकान के पीछे स्थित मकान में जा छिपे। यह मकान मुख्य सड़क से 40 मीटर की दूरी पर है। गोलियों की आवाज सुनकर निकट ही गश्त कर रहे सेना के जवान भी पहुंच गए। पुलिस, सीआरपीएफ व सीआइएसएफ की अन्य टुकड़ियां भी मौके पर पहुंच गई। हमले में मध्य प्रदेश के सतना जिले के एएसआइ एसपी पटेल बलिदान हो गए और दो पुलिसकर्मियों सहित 10 सीआइएसएफ जवान घायल हुए। सभी को जीएमसी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

मकान से लोगों को सुरक्षित निकाला :

जान बचाने के लिए आतंकी स्थानीय निवासी अनवर के घर में घुस गए। उस समय अनवर की बीवी और दो बेटियां ही घर में थीं। सेना ने उन सभी को सुरक्षित निकाला। वहां किराये पर रह रहे दूसरे राज्य के एक श्रमिक को भी निकाला गया। आतंकी मकान के बाहरी हिस्से में बने स्नानगृह में छिपकर फायरिंग कर रहे थे, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें ढेर कर दिया। सुबह पौने आठ बजे आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हुई।

ड्रोन से की निगरानी :

मुठभेड़ में सीआइएसएफ की एक बस, जम्मू कश्मीर पुलिस की एक जिप्सी और एक जेसीबी के अलावा तीन निजी वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों ने आतंकियों की निगरानी के लिए ड्रोन की भी मदद ली।

ये सुरक्षाकर्मी जख्मी हुए

-पुलिस का हेड कांस्टेबल बलराज सिंह निवासी बलोटी, कठुआ

-पुलिस का एसपीओ साहिल शर्मा निवासी ज्यौडिय़ां, अखनूर जम्मू

-हेेड कांस्टेबल प्रमोद पात्रा निवासी ओडिशा, 507 वाहिनी सीआइएसएफ

-कांस्टेबल आमिर सोरन निवासी असम, तीसरी वाहिनी सीआइएसएफ

-हेड कांस्टेबल एसके गालियान, मुजफ्फरनगर उप्र, तीसरी वाहिनी सीआइएसएफ

-हेड कांस्टेबल आर नितिन, महाराष्ट्र, तीसरी वाहिनी सीआइएसएफ

-कांस्टेबल बितटल शेनटप्पा निवासी कर्नाटक सीआइएसएफ

-कांस्टेबल सन्नी कुमार, बिहार सीआइएसएफ

-कांस्टेबल पुनीत कुमार, बिहार सीआइएसएफ

-कांस्टेबल राजेश कुमार, बसोहली कठुआ सीआइएसएफ

 

ये बरामद हुआ :

-एके 47-2

-मैगजीन -10

-बैग -2

-टी शर्ट-01

पिस्तौल-01

हैंड ग्रेनेड-01

यूबीजीएल ग्रेनेड-2

सैल-4

सुसाइड जैकेट-1

पिस्तौल मैगजीन-0

दो आइईडी,

एक सैटेलाइट फोन,

दो पाउच, दवाइयां, एनर्जी ड्रिंक, दवाइयां और खाद्य सामग्री मिली है।