टेरर फंडिंग मामला: एनआईए ने जम्मू-कश्मीर के 8 जिलों में की तलाशी

- राजौरी, पुंछ, जम्मू, श्रीनगर, पुलवामा, बडगाम, शोपियां और बांदीपोरा के स्थानों पर तलाशी ली गई। एनआईए ने एएनआई को बताया कि मामला राजौरी जिले में अल हुडा एजुकेशनल ट्रस्ट की संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ा है।
New Delhi : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को केंद्र शासित प्रदेश में अल हुडा एजुकेशनल ट्रस्ट की संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े आतंकी फंडिंग मामले में जम्मू-कश्मीर के कम से कम आठ जिलों में तलाशी ली।
समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि तलाशी जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के समन्वय में की गई थी।
राजौरी, पुंछ, जम्मू, श्रीनगर, पुलवामा, बडगाम, शोपियां और बांदीपोरा के स्थानों पर तलाशी ली गई। एनआईए ने एएनआई को बताया कि मामला राजौरी जिले में अल हुडा एजुकेशनल ट्रस्ट की संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ा है।
अल हुदा एजुकेशनल ट्रस्ट के फंडिंग पैटर्न और गतिविधियों के बारे में एनआईए द्वारा कथित तौर पर मामला दर्ज किया गया था, जो जमात-ए-इस्लामी जम्मू और कश्मीर के लिए एक फ्रंट इकाई के रूप में काम कर रहा है। जमात-ए-इस्लामी जम्मू और कश्मीर को 2019 में यूएपीए के तहत एक ‘गैरकानूनी संघ’ घोषित किया गया था।
एनआईए की कई टीमों ने विशिष्ट इनपुट के आधार पर ये तलाशी लीं।
स्थानीय मीडिया ने बताया कि जिन लोगों के आवासों पर एनआईए ने छापा मारा उनमें प्रसिद्ध धार्मिक उपदेशक और रेक्टर दारुल उलूम रहीमिया बांदीपोरा, मौलाना रहमतुल्लाह कासमी और एनआईटी श्रीनगर के प्रोफेसर समम अहमद लोन शामिल हैं।