कश्मीर में आतंक का खात्मा जारी, दो और आतंकियों के घर तबाह

कश्मीर में आतंक का खात्मा जारी, दो और आतंकियों के घर तबाह
श्रीनगर। पहलगाम नरसंहार के बाद अब सुरक्षाबल ने आतंक पर चौतरफा प्रहार शुरू कर दिया है। दक्षिण कश्मीर में अलग-अलग क्षेत्रों में आतंकियों को सफाए के लिए अभियान जारी है। बीते शुक्रवार दो आतंकियों के घरों को तबाह करने के बाद शनिवार को कुलगाम और शोपियां में सुरक्षाबलों ने आतंकियों का मकान गिराया गया है।
कुलगाम के मतलहामा में आतंकी जाकिर अहमद गनिया का मकान सुरक्षाबलों ने तबाह कर दिया है। यह आतंकी यहां 2023 से सक्रिय था। उधर, शोपियां के चोटीपुरा में आतंकी शाहिद अहमद कूटे का मकान ध्वस्त किया गया है। वह यहां 2022 से सक्रिय था।

शुक्रवार को दो आतंकियों के घर किए गए तबाह

शुक्रवार को पहली कार्रवाई में पहलगाम हमले में शामिल दोनों स्थानीय आतंकियों आदिल ठोकर उर्फ आदिल गुरी और अहसान अहमद शेख समेत लश्कर के तीन आतंकियों के मकान को विस्फोटक से ध्वस्त कर दिया गया था। तीसरा आतंकी हारिस नजीर भी जम्मू-कश्मीर के सूचीबद्ध आतंकियों की सूची में शामिल है।

कौन था आतंकी गुरी

सूत्रों ने बताया कि बिजबिहाड़ा निवासी आदिल वर्ष 2018 में अमृतसर के अटारी बॉर्डर के रास्ते से वैध वीजा पर पाकिस्तान गया था। उसके बाद उसका सुराग नहीं मिला। सूत्रों के अनुसार वह सात माह पहले कुछ आतंकियों के साथ कश्मीर में घुसपैठ कर पहुंचा था। वह दक्षिण कश्मीर में सक्रिय है। गुरुवार देर रात गए सुरक्षाबलों ने कथित तौर पर उसके स्वजन को मकान से बाहर जाने को कहा। इसके बाद मकान को धमाके से गिरा दिया।

पुलवामा निवासी लश्कर आतंकी अहसान कुछ वर्ष पहले वीजा लेकर पाक गया था और फिर लश्कर से जुड़ गया। इसी दौरान त्राल के हीपोरा में स्थित जैश के आतंकी आसिफ शेख का मकान भी धमाके में नष्ट हो गया।

क्या बोली आतंकी आसिफ की बहन?

उसकी बहन ने कहा कि यह सही है कि मेरा एक भाई आतंकी है, लेकिन हमने उसे बीते कई साल से नहीं देखा है। वह अप्रैल 2022 में आतंकी बना था। हमें नहीं पता कि वह कहां हैं। मेरा एक भाई जेल में बंद है। हमें कहा कि जो सामान चाहिए लो और बाहर निकलो। पुलिस ने आसिफ की बहन के दावे को नकारते हुए कहा कि सूचना मिली थी कि आसिफ के घर में आतंकियों ने ठिकाना बना रखा है। तलाशी लेने के लिए पुलिस दल वहां गया था।


विडियों समाचार