LAC पर तनाव: सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी का बड़ा बयान, हालात सामान्य नहीं
नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा पर एक बार फिर से हलचल तेज होती दिख रही है। क्या दोनों देशों के रिश्तों में अभी भी पहले जैसा तनाव बना हुआ है? इसी संदर्भ में थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी के हालिया बयान ने एक बार फिर सीमा पर तनाव की ओर इशारा किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्थिति स्थिर है, लेकिन यह पूरी तरह से सामान्य नहीं है। उनका यह बयान साफ करता है कि चीन अपनी गतिविधियों से अभी भी बाज नहीं आ रहा है, और भारतीय सेना हर परिस्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
संतुलित लेकिन संवेदनशील स्थिति
जनरल द्विवेदी ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि LAC पर स्थिति स्थिर है, लेकिन संवेदनशील भी है। हालांकि, दोनों देशों के बीच कूटनीतिक स्तर पर बातचीत हो रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर सैन्य कमांडरों द्वारा फैसले लिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब तक अप्रैल 2020 की स्थिति बहाल नहीं होती, तब तक यह स्थिति संवेदनशील बनी रहेगी और भारतीय सेना हर चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है।
कूटनीतिक वार्ताएं जारी, समाधान का इंतजार
हालांकि, भारत और चीन के बीच कूटनीतिक स्तर पर कई दौर की बातचीत हो चुकी है। जुलाई और अगस्त में दोनों देशों ने LAC पर स्थिति को सामान्य बनाने के लिए वार्ताएं की थीं। सेना प्रमुख ने कहा कि कूटनीतिक वार्ता सकारात्मक संकेत दे रही है, लेकिन इसका जमीनी क्रियान्वयन सैन्य कमांडरों पर निर्भर है। अभी भी कुछ टकराव वाले स्थानों से सैनिक पूरी तरह से नहीं हटे हैं, जिससे तनाव बना हुआ है।
चीन पर सेना प्रमुख का स्पष्ट रुख
जनरल द्विवेदी ने कहा कि चीन के साथ हमें प्रतिस्पर्धा करनी होगी, सहयोग करना होगा और साथ ही सामना भी करना होगा। भारतीय सेना ने चीन को लेकर स्पष्ट दृष्टिकोण अपनाया है और किसी भी आकस्मिक स्थिति का सामना करने के लिए वह पूरी तरह तैयार है।
डोभाल और चीनी विदेश मंत्री के बीच वार्ता
पिछले महीने, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने रूस में चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की थी। इस बैठक में दोनों नेताओं ने पूर्वी लद्दाख में शेष टकराव वाले स्थानों से सैनिकों को पूरी तरह हटाने पर चर्चा की और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने पर सहमति जताई। हालांकि, अभी भी पूर्ण समाधान का इंतजार है, और दोनों पक्षों के बीच तनाव खत्म नहीं हुआ है।
इस पूरे मामले ने यह साफ कर दिया है कि सीमा पर हालात सामान्य नहीं हैं और भारतीय सेना हर चुनौती से निपटने के लिए सतर्क है।