टीका उत्सव: पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना से लड़ने के लिए दिया चार सूत्रीय फॉर्मूला

टीका उत्सव: पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना से लड़ने के लिए दिया चार सूत्रीय फॉर्मूला

नई दिल्ली: देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए टीकाकरण अभियान में तेजी लाने की कोशिशें की जा रही हैं. हालांकि, वैक्सीन डोज की कमी को देखते हुए टीकाकरण अभियान को रफ्तार नहीं मिल रही है. लेकिन, सरकार की कोशिश है कि टीकाकरण अभियान को गति दी जाए. इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर देश में रविवार से चार दिनों तक टीका उत्सव मनाने की शुरुआत हुई है. प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर देशवासियों को पत्र लिखकर कोरोना से लड़ाई के लिए चार सूत्रीय फॉर्मूला दिया है.

उन्होंने पत्र में ‘मेरे प्यारे देशवासियों’ के संबोधन के साथ कहा है कि आज 11 अप्रैल यानि ज्योतिबा फुले जयंती से हम देशवासी ‘टीका उत्सव’ की शुरुआत कर रहे हैं. ये ‘टीका उत्सव’ 14 अप्रैल यानि बाबा साहेब आंबेडकर जयंती तक चलेगा. उन्होंने कहा कि ये उत्सव, एक प्रकार से कोरोना के खिलाफ दूसरी बड़ी जंग की शुरुआत है. इसमें हमें व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ ही सामाजिक स्वच्छता पर विशेष बल देना है. प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना से लड़ाई के लिए चार सूत्रीय फॉमूर्ला दिया.

उन्होंने कहा, “हमें ये चार बातें, जरूर याद रखनी है. ईच वन-वैक्सीनेट वन, यानि जो लोग कम पढ़े-लिखे हैं, बुजुर्ग हैं, जो स्वयं जाकर टीका नहीं लगवा सकते, उनकी मदद करें. ईच वन-ट्रीट वन, यानि जिन लोगों के पास उतने साधन नहीं हैं, जिन्हें जानकारी भी कम है, उनकी कोरोना के इलाज में सहायता करें. ईच वन- सेव वन, यानि मैं स्वयं भी मास्क पहनूं और इस तरह स्वयं को भी सेव करूं और दूसरों को भी सेव करूं, इस पर बल देना है.”

प्रधानमंत्री मोदी ने चौथी बात भी बताई. उन्होंने कहा, “और चौथी अहम बात, किसी को कोरोना होने की स्थिति में, ‘माइक्रो कन्टेनमेंट जोन’ बनाने का नेतृत्व समाज के लोग करें. जहां पर एक भी कोरोना का पॉजिटिव केस आया है, वहां परिवार के लोग, समाज के लोग ‘माइक्रो कन्टेनमेंट जोन’ बनाएं. भारत जैसे सघन जनसंख्या वाले हमारे देश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई का एक महत्वपूर्ण तरीका ‘माइक्रो कन्टेनमेंट जोन’ भी है.”

प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को लिखे पत्र में कहा है कि एक भी पॉजिटिव केस आने पर हम सभी का जागरूक रहना, बाकी लोगों की भी टेस्टिंग कराना बहुत आवश्यक है. इसके साथ ही जो टीका लगवाने का अधिकारी है, उसे टीका लगे, इसका पूरा प्रयास समाज को भी करना है और प्रशासन को भी.

प्रधानमंत्री मोदी ने वैक्सीन की बर्बादी रोकने की भी अपील की. उन्होंने कहा, “एक भी वैक्सीन का नुकसान ना हो, हमें ये सुनिश्चित करना है. हमें जीरो वैक्सीन वेस्ट की तरफ बढ़ना है. इस दौरान हमें देश की वैक्सीनेशन क्षमता के ऑप्टिमम यूटिलाइजेशन की तरफ बढ़ना है. ये भी हमारी कपैसिटी बढ़ाने का ही एक तरीका है.”

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “हमारी सफलता इस बात से तय होगी कि ‘माइक्रो कन्टेनमेंट जोन’ के प्रति कितनी जागरूकता हम लोगों में है. हमारी सफलता इस बात से तय होगी कि जब जरूरत न हो, तब हम घर से बाहर न निकलें. हमारी सफलता इस बात पर तय होगी कि जो टीका लगवाने का अधिकारी है, उसे टीका लगे. हमारी सफलता इस बात पर तय होगी कि हम मास्क पहनने और अन्य नियमों का किस तरह पालन करते हैं. मुझे पूरा विश्वास है, इसी तरह जनभागीदारी से, जागरूक रहते हुए, अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए, हम एक बार फिर कोरोना को नियंत्रित करने में सफल होंगे.”


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