दारुल उलूम में शुरु हुआ शिक्षण कार्य, छात्रों में दिखा उत्साह

दारुल उलूम में शुरु हुआ शिक्षण कार्य, छात्रों में दिखा उत्साह
  • वैश्विक महामारी कोरोनाकाल की वजह से ग्यारह माह से बंद इस्लामी तालीम के सबसे बड़े मरकज दारुल उलूम में बुधवार से कक्षाओं का संचालन शुरु हो गया। शारीरिक दूरी और मास्क के साथ कक्षाओं में बैठाए गए छात्रों ने उस्तादों से सबक पढ़ा। 

देवबंद [24CN] । बुधवार को दारुल उलूम में चहल पहल दिखाई दी, कक्षाएं छात्रों से गुलजार हुईं और संस्था के दरवाजे भी छात्रों के लिए पूरी तरह खोल दिए गए। ११ महीने पहले कोरोना संक्रमण के चलते देश के कोने कोने से यहां पढ़ने आए छात्रों को वापस भेज दिया गया था। तभी से संस्था में शिक्षण कार्य बंद पड़ा था। शासन की गाइडलाइन आने के बाद प्रबंधतंत्र ने २४ फरवरी से संस्था को खोलने का एलान किया था। जिसके चलते पिछले कई दिनों से छात्र संस्था में पहुंच रहे थे। बुधवार को संस्था में शिक्षण कार्य शुरु कर दिया गया।

कक्षा चार तक की कक्षाओं में छात्रों को स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के साथ बैठाया गया। इससे पूर्व सभी छात्रों के माता पिता से लाए अनुमति पत्र देखे गए। पहले दिन शिक्षण कार्य को लेकर छात्रों में भारी उत्साह देखने को मिला।

इदारे के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया जा रहा है। किसी भी छात्र को संस्था और कक्षाओं में बिना मास्क प्रवेश की अनुमति नहीं है। कमरों से बाहर निकलने के लिए भी मास्क लगाने को अनिवार्य किया गया है।

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