अमेठी में शिक्षक और परिवार की हत्या: 100 मीटर की दूरी पर थे पुलिसकर्मी, फिर भी फरार हो गए बदमाश
अमेठी: जिले के अहोरवा भवानी चौराहे पर हुए सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है। बदमाशों ने शिक्षक सुनील कुमार, उनकी पत्नी पूनम भारती और उनके दो बच्चों को गोली मार दी, और 100 मीटर की दूरी पर मौजूद पुलिसकर्मी कुछ भी नहीं कर पाए। यह दिल दहला देने वाली वारदात उस वक्त हुई जब चौराहे पर भारी भीड़ मौजूद थी और पास में ही दुर्गा पूजा की आरती हो रही थी। पुलिस अब मामले की जांच कर रही है और चौराहे के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच की जा रही है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने सुनाई खौफनाक घटना की दास्तां
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घटना शाम करीब सात बजे की है। उस समय दुर्गा पूजा की आरती चल रही थी। गोली चलने की आवाज सुनकर पहले लोगों ने इसे पटाखों की आवाज समझा, लेकिन जब पास के दुकानदार मनोहर यादव और रामपाल जायसवाल चिल्लाते हुए भागे, तब पता चला कि मास्टर के घर में गोली चली है।
लोग जब शिक्षक सत्यव्रत अवस्थी उर्फ मुन्ना के घर पहुंचे, तो वहां का नजारा देखकर सब सन्न रह गए। घर के अंदर सुनील कुमार, उनकी पत्नी और दो बच्चों के खून से लथपथ शव पड़े थे। घटना के बाद आरोपी फरार हो चुके थे।
बेटी के हाथ में थे पैसे, फिर भी नहीं बच पाई जान
जिन लोगों ने सबसे पहले घर में प्रवेश किया, उन्होंने देखा कि सुनील की बेटी सृष्टि के हाथ में 10 और 20 रुपये के नोट थे। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि हमलावर संभवतः परिवार से परिचित थे और बच्ची को पैसे देकर उसे बहलाने की कोशिश की होगी। हत्या के बाद हमलावर घर की छत से होते हुए फरार हो गए।
पुलिसकर्मी 100 मीटर दूर थे, फिर भी नहीं रोक सके वारदात
घटना के समय अहोरवा भवानी चौराहे पर पुलिसकर्मी तैनात थे, लेकिन मात्र 100 मीटर की दूरी पर होते हुए भी वे बदमाशों को पकड़ने में नाकाम रहे। कस्बे के लोग इस बात से स्तब्ध और भयभीत हैं कि इतनी नजदीकी पर पुलिस मौजूद होने के बावजूद अपराधी कैसे इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। देर रात तक पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर डटे रहे, जबकि इलाके में भारी भीड़ जमा थी।
पुलिस अब हत्या के कारणों की जांच में जुटी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है, ताकि अपराधियों का पता लगाया जा सके।