तबलीगी जमात ने किया है तालिबानी जुर्म, माफी के लायक नहीं गुनाह: मुख्तार अब्बास नकवी

हाइलाइट्स
  • केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तबलीगी जमात की तीखी आलोचना की है
  • उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जमात ने तालिबानी जुर्म किया है, जिसकी कोई माफी नहीं
  • तबलीगी जमात के मध्य मार्च के कार्यक्रम में हजारों लोगों ने लिया था हिस्सा, कई में कोरोना संक्रमण

नई दिल्ली
तबलीगी जमात के निजामुद्दीन मरकज की गतिविधियों में शामिल हुए कई लोगों के कोरोना वायरस संक्रमण का शिकार होने पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। तबलीगी जमात पर आरोप लग रहे हैं कि उसकी लापरवाही से सैकड़ों लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा पैदा हो गया है। नकवी ने तबलीगी जमात की आलोचना करते हुए कहा कि उसने ‘तालिबानी गुनाह’ किया है और ‘उसके पाप माफी के लायक नहीं’ हैं।

नकवी ने ट्वीट किया, ‘तबलीगी जमात का ‘तालिबानी जुर्म’. यह लापरवाही नहीं, ‘गंभीर आपराधिक हरकत’ है। जब पूरा देश एकजुट होकर कोरोना से लड़ रहा है तो ऐसे ‘गम्भीर गुनाह’ को माफ नहीं किया जा सकता।’

नकवी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर मुस्लिम मजहबी नेताओं के संदेशों को भी पोस्ट किया है। इन संदेशों में मजहबी नेता लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे वायरस को काबू में करने के लिए लॉकडाउन और दूसरे दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करें।

भारत में इन 10 जगहों पर लोगों को सबसे ज्यादा डरा रहा कोरोना

भारत में इन 10 जगहों पर लोगों को सबसे ज्यादा डरा रहा कोरोनाभारत में लॉकडाउन के बावजूद कोविड-19 से पीडितो मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। दिल्ली से लेकर केरल तक देश में कोरोना इंफेक्शन के कई हॉटस्पॉट बन रहे हैं। हॉटस्पॉट का मतलब कि इन जगहों पर भारत की बाकी जगहों के मुकाबले तेजी से कोरोना वायरस पॉजिटिव मामले सामने आ रहे हैं।

गृह मंत्रालय के मुताबिक इस साल जनवरी से लेकर अब तक 2100 के करीब विदेशियों ने तबलीगी गतिविधियों के सिलसिले में भारत का दौरा किया। इनमें से सभी ने जमात के हेडक्वॉर्टर दिल्ली के निजामुद्दीन में रिपोर्ट किया।

मुख्तार अब्बास नकवी ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए अपनी सांसद निधि ने 1 करोड़ रुपये दिए हैं। बीजेपी ने अपने सभी सांसदों से अपील की है कि वे सांसद निधि के तौर पर मिले 5-5 करोड़ रुपये के फंड में से 1-1 करोड़ रुपये कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सहयोग के रूप में दें।