‘धर्म विशेष के लोगों को बढ़ावा दे रही योगी सरकार’, बरेली हिंसा पर बोले स्वामी प्रसाद मौर्य

उत्तर प्रदेश के बरेली में बीते 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल पर पूर्व मंत्री व अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान सामने आया है. स्वामी प्रसाद मौर्य बरेली हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी और प्रदेश पर जोरदार हमला बोला है. पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य रविवार को रायबरेली के दौरे पर पहुंचे थे.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि, “हिंदू, मुस्लिम, मस्जिद, मंदिर के मुद्दे इसलिए ज़िंदा रखे जा रहे हैं क्योंकि भाजपा सरकार ने इन सभी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है. सरकार की गलतियों के कारण देश में व्यापक अव्यवस्था है. स्थिति यहाँ तक पहुँच गई है कि 1.4 अरब लोगों में से 80 करोड़ लोगों का जीवन 5-10 किलो चावल के लिए संघर्ष करने तक सीमित हो गया है.”
“महंगाई छू रही आसमान, जीना हुआ दूभर”
पूर्व मंत्री ने कहा कि, महंगाई आसमान छू रही है और लोगों का जीना दूभर हो गया है. किसान दर-दर की ठोकरे खा रहा है, घोषणाओं के बावजूद भी लाभकारी मूल्य आज तक नहीं दिया गया है. किसान की एक ही उनके उत्पाद का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया जाए, भाजपा ने आज तक उसकी घोषणा नहीं की है.
“विरोध के बाद स्कूल को बंद करने का निर्णय लिया गया वापस”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि, योगी सरकार 27 हजार से अधिक स्कूल बंद करने जा रही थी, लेकिन अपनी जनता पार्टी के कड़े विरोध के बाद सरकार को अपना निर्णय वापस लेना पड़ा. आज भी ऐसी स्कूल है, जिनमें लगे ताले आज तक नहीं खुले हैं.
प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त
उन्होंने कहा कि, आज उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है. पूरा प्रदेश जंगलराज बन गया है. सत्ता के संरक्षण में गुंडे माफिया बेखौफ कानून की धज्जियां उड़ा रहे हैं. सरकार गूंगी, अंधी और बहरी बनकर तमाशा देख रही है. कानून का हाथ अपराधियों के गिरेबान तक नहीं पहुंच रहा है. उत्तर प्रदेश में ध्वस्त कानून के लिए योगी सरकार जिम्मेदार है.
अन्य धर्मावलम्बियों को कुचल रही सरकार- स्वामी प्रसाद
स्वामी प्रसाद मौर्य ने आरोप लगाया है कि, योगी सरकार एक जाति विशेष और धर्म विशेष के लोगों को बढ़ावा दे रही है. अन्य धर्मावलम्बियों को कुचलने का काम कर रही है. बरेली का मामला योगी सरकार की विफलता और योगी सरकार की साजिश का परिणाम है. कहा कि, जब मुस्लिम समाज के लोग जिलाधिकारी के यहां ज्ञापन देने के लिए जाते हैं तो उन पर लाठी चार्ज होती है. उन्हें रोका जाता है.
उन्होंने आगे कहा कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते हैं कि गजवा ए हिंद नहीं चलेगा लेकिन जब बहराइच में जय श्री राम और जय बजरंग बली का नारा देकर मुस्लिम समाज की दुकानें तोड़ी जाती हैं, मुस्लिमों के धार्मिक झंडे फाड़े जाते हैं तब उन्हें ये सब दिखाई नहीं पड़ता है. फतेहपुर में मकबरे में तोड़फोड़ की घटना में मुख्यमंत्री को गजबा ए हिंद नहीं दिखाई पड़ा.