यूनानी पद्धति के लिए स्व. हकीम अजमल खां का योगदान सराहनीय: डा. अनवर

यूनानी पद्धति के लिए स्व. हकीम अजमल खां का योगदान सराहनीय: डा. अनवर
  •  नेशनल यूनानी डे पर जामिया तिब्बिया मेडिकल कालेज में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इसमें स्व. हकीम अजमल खां के यूनानी पद्धति के लिए किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला गया।

देवबंद [24CN] :शुक्रवार को जामिया तिब्बिया मेडिकल कालेज के ताहिर हाल में हुए कार्यक्रम में कालेज के सचिव डा. अनवर सईद ने कहा कि भारत सरकार ने मसीहुल मुल्क स्व. हकीम अजमल खां के यूनानी पद्धति के लिए योगदान को सराहते हुए ही उनके जन्मदिवस को श्नेशनल यूनानी डे्य घोषित किया है।

आज पूरे देश में यूनानी पद्धति को बेहद पसंद किया जाता है और इस इस पद्धति में हर रोग का इलाज भी संभव है। कोरोना काल में भी यह बेहद लाभदायक सिद्ध हुई है। प्रशासनिक अधिकारी डा. अख्तर सईद ने कहा कि हकीम अजमल खां द्वारा यूनानी पद्धति के उत्थान के लिए किए गए कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। सीसीआईएम के पूर्व अध्यक्ष डा. वेदप्रकाश त्यागी व चेन्नई से आए डा. उबैदुल्लाह बेग ने कहा कि जामिया तिब्बिया देवबंद यूनानी भी यूनानी के प्रचार प्रसार में अहम भूमिका निभा रहा है। संचालन डा. अहतशामुल हक़ सिद्दीकी ने किया। प्राचार्य डा. नासिर अली खान, उप प्राचार्य डा. मोहम्मद फसीह, प्रो. डा. अनीस अहमद, डा. फखरुल इस्लाम, डा. आजम उस्मानी आदि मौजूद रहे।


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