बिहार: ओवैसी-लेफ्ट के उभार पर बोले सुशील मोदी- ये खत्म ताकतें थीं, RJD ने स्वार्थ के लिए जिंदा किया
पटना : बिहार चुनाव के नतीजों में ओवैसी और वामदलों के बड़ी ताकत के रूप में उभरने पर डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा है कि ये खत्म हो चुकी ताकतें (Spent force) थीं, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल ने अपने स्वार्थ के लिए इन्हें जिंदा कर दिया. बता दें कि इस चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने 5 सीटें जीती हैं और ओवैसी ने AIMIM को बिहार में एक राजनीतिक ताकत के रूप में स्थापित किया है. इधर वामदलों ने 16 सीटें जीतकर बिहार की राजनीति में जोरदार वापसी की है.
सुशील मोदी ने कहा कि हमें जीत का भरोसा था, हालांकि हम कितने अंतर से जीतेंगे इस पर स्पष्टता नहीं थी. उन्होंने कहा कि 15 साल रहने के बाद भी अगर इतना स्पष्ट जनादेश मिलता है तो इसका मतलब है कि बिहार की जनता चाहती है कि नीतीश कुमार एक बार फिर से सीएम बनें.
नीतीश ही बनेंगे सीएम
उन्होंने कहा कि हमें 150 सीटों तक पहुंचने की उम्मीद थी, लेकिन एलजेपी के विद्रोही उम्मीदवारों ने हमें 25 से 30 सीटों का चोट पहुंचाया. सुशील मोदी ने कहा कि एनडीए में किस दल का कितना संख्या बल है इससे असर नहीं पड़ता है, नीतीश हमारे सीएम कैंडिडेट थे और वही इस बार भी सीएम बनेंगे. सुशील मोदी ने कहा कि सरकार चलाने का अंदाज भी पहले जैसा ही रहेगा. उन्होंने कहा कि संख्या बल की वजह से सरकार चलाने पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
नौकरी के वादे पर RJD को नहीं मिला वोट
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव को नौकरी के वादे पर बिहार में वोट नहीं मिला, क्योंकि लोग उनकी पार्टी के इतिहास को जानते हैं. मोदी ने कहा कि नौजवान शहरी क्षेत्र में हैं, लेकिन शहर में आरजेडी कहां जीती है. सुशील मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल कितना भी लालू यादव को छिपा ले, राबड़ी देवी को छिपा ले, लेकिन कोई अपने विरासत को छिपा सकता है क्या? माता-पिता को छिपा सकता है क्या?
खत्म हो चुकी ताकत को RJD ने जिंदा किया
बिहार चुनाव में सीपीआई एमल और ओवैसी की पार्टी AIMIM के उभार पर सुशील मोदी ने कहा कि ये खत्म हो चुकी ताकतें (Spent force) थीं, लेकिन आरजेडी ने इनको जिंदा कर दिया है. उन्होंने कहा कि माले तो बिहार में खत्म हो चुका था, ये हिंसा करने वाले लोग हैं, जमीन पर कब्जा करते थे, लेकिन राष्ट्रीय जनता दल ने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए इन्हें जिंदा कर दिया.
सुशील मोदी ने कहा कि हमने 15 साल में बिहार में एक भी नरसंहार नहीं होने दिया, उन्होंने कहा कि आगे भी अगर बिहार में कोई गड़बड़ करना चाहेगा, समाज में तनाव पैदा करना चाहेगा तो ये स्वीकार्य नहीं है.