शमी को क्यों नहीं मिली प्लेइंग 11 में जगह? सूर्यकुमार यादव ने किया खुलासा
भारत और इंग्लैंड के बीच कोलकाता में पहला टी20 मुकाबला खेला गया। इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 मैच में मोहम्मद शमी की प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं थे। ईडन गार्डन्स में खेले गए इस मुकाबले को टीम इंडिया भले ही 7 विकेट से जीत लिया हो, लेकिन ईडन गार्डन्स, जिसे तेज गेंदबाजों के लिए जन्नत माना जाता है, में भारत ने तीन स्पिनरों को मौका दिया, जबकि शमी को बाहर रखा गया। यह कदम उस समय चिंताएं बढ़ा गया क्योंकि शमी की फिटनेस को लेकर हाल ही में कुछ सवाल उठ रहे थे, और यह फैसला शायद उनकी फिटनेस से जुड़ा हुआ माना गया। हालांकि, कप्तान सूर्यकुमार यादव ने बाद में स्पष्ट किया कि यह फैसला केवल रणनीतिक था।
फैंस को था शमी का इंतजार
मोहम्मद शमी की इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी का इंतजार भारतीय क्रिकेट फैंस को एक साल से अधिक समय से था। उन्होंने आखिरी बार 2023 वनडे वर्ल्ड कप में भाग लिया था, जब उन्हें टखने में चोट लग गई थी और बाद में सर्जरी करानी पड़ी थी। सर्जरी के बाद उनकी फिटनेस पर सवाल उठे, लेकिन उन्होंने अक्टूबर 2024 में घरेलू क्रिकेट में वापसी की। उन्होंने बंगाल के लिए सभी फॉर्मेट में खेलते हुए अपनी फिटनेस साबित की और इसके बाद चयनकर्ताओं ने उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम में शामिल किया। इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टी20I सीरीज के लिए उन्हें टीम में रखा गया था।
कोलकाता में इस सीरीज के पहले मैच की सारी तैयारी शमी के इर्द-गिर्द थी। उन्होंने दो दिन पहले ही भारतीय क्रिकेट में अपनी वापसी की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन, मैच के दिन शमी को बेंच पर बैठाया गया, और भारत ने तीन स्पिनरों – वरुण चक्रवर्ती, अक्षर पटेल और रवि बिश्नोई को प्लेइंग इलेवन में चुना। हालांकि, इसके बाद कुछ लोगों ने फिटनेस को लेकर शमी के खेलने के बारे में चिंता जताई, लेकिन सूर्यकुमार ने इसका सफाई से जवाब दिया।
क्या बोले कप्तान सूर्या
सूर्यकुमार ने मैच के बाद कहा कि हम अपनी ताकत पर कायम रहना चाहते थे। हमने साउथ अफ्रीका में भी यही रणनीति अपनाई थी। हार्दिक ने नई गेंद से गेंदबाजी की जिम्मेदारी ली, जिससे मुझे अतिरिक्त स्पिनरों को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने की सहूलियत मिली। ये तीनों स्पिनर शानदार प्रदर्शन कर रहे थे। इस बयान से यह साफ हो गया कि शमी को बाहर रखने का फैसला फिटनेस से जुड़ा हुआ नहीं था, बल्कि यह एक रणनीतिक कदम था।