नई दिल्ली। प्रधान न्यायाधीश यूयू ललित ने शुक्रवार को कहा कि पिछले चार दिनों में सुप्रीम कोर्ट ने 1,293 मिसलेनियस मामलों, 106 नियमित मामलों और 440 स्थानांतरित किए गए मामलों का निपटारा किया है।

बार काउंसिल आफ इंडिया (बीसीआइ) द्वारा अपने सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में जस्टिस ललित ने उक्त आंकड़े रखे। उन्होंने कहा, ‘हम नियमित मामलों को निपटाने पर ज्यादा से ज्यादा जोर दे रहे हैं।’ जस्टिस ललित ने आश्वासन दिया कि सुप्रीम कोर्ट ज्यादा से ज्यादा मामले निपटाने का प्रयास करेगा और उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित वकीलों से अपील की कि वे देश के हर जिले और क्षेत्र को इस बात से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि वह उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे और तीन महीने बाद वकीलों से आज मिले फूलों से ज्यादा फूल हासिल करेंगे।

प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि उनके कार्यभार संभालने से पहले जितने मामलों को सूचीबद्ध किया जा रहा था, उसकी अपेक्षा शीषर्ष अदालत में कहीं अधिक मामलों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। मालूम हो कि जस्टिस यूयू ललित ने गत शनिवार को देश के 49वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी। वह आठ नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे। उनके बाद जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के प्रधान न्यायाधीश बनने की संभावना है। सीजेआइ यूयू ललित छोटे कार्यकाल में बड़ी लकीर खींचने में जुटे हैं। सीजेआइ का कार्यभार संभालने के बाद से ही उन्होंने ज्यादा से ज्यादा मुकदमों विशेषकर पुराने लंबित मुकदमों को सुनवाई पर लगाने और उनका निस्तारण सुनिश्चित करने की दिशा में तेजी से काम शुरू किया है।

सीजेआइ का 74 दिनों कार्यकाल

उनका कार्यकाल 74 दिन का है, लिहाजा वह मुकदमों को सुनवाई पर लगाने की व्यवस्था को सरल और सुचारू करने के साथ ही न्यायिक कार्य समय का एक-एक पल उपयोग करने पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। सेवानिवृत्ति से पहले वह दूरगामी परिणाम वाले कई प्रमुख मामलों में फैसला सुना सकते हैं।