सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता ने जताया मौलाना अरशद मदनी के बयान पर ऐतराज
सहारनपुर [24CN] । सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता फरहा फैज ने लव जेहाद को लेकर जमीयत उलेमा हिंद के मौलाना अरशद मदनी द्वारा दिए गए बयान पर एतराज जताते हुए कहा कि जमीयत उलेमा हिंद समय-समय पर आतंकवाद में लिप्त गुमराह मुस्लिम युवकों का समर्थन करता है। सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता फरहा फैजा आज यहां रेलवे रोड स्थित एक होटल के सभागार में पत्रकारों के साथ वार्ता कर रही थी। उन्होंने लव जेहाद कानून लाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताया। उन्होंने कहा कि जमीयत उलेमा हिंद के मौलाना अरशद मदनी द्वारा पहले से ही समय-समय पर आतंकवाद में लिप्त गुमराह मुस्लिम युवकों की नि:शुल्क कानूनी लड़ाई का आह्वान किया जाता रहा है और अब लव जेहाद यानि पहचान बदलकर दूसरे धर्म की लड़कियों को बरगलाकर धर्मांतरण कराने में लिप्त मुस्लिम युवकों की कानूनी लड़ाई लडऩे का ऐलान करके मौलाना अरशद मदनी ने इस बात की पुष्टि की है कि यह संस्था पूर्णत: मुसलमानों की दुश्मन है क्योंकि यह संस्था मुसलमानों को गुमराह करने के लिए किसी भी हद को पार कर सकती है।
उन्होंने कहा कि यदि इन्हें मुसलमानों की चिंता होती तो आज देश में मुस्लिम फैमिली एक्ट वजूद में होता और मुसलमानों के माथे पर कट्टरवाद व आतंकवाद का टैग नहीं लगता। उन्होंने कहा कि जमीयत उलेमा हिंद द्वारा कभी भी महिलाओं की पैरवी व उन्हें इंसाफ दिलाने की कभी कोई घोषणा नहीं की गई, बल्कि उल्टे उनके लिए आए दिन तमाम फतवे जारी कर उन्हें प्रताडि़त होने के लिए मजबूर किया गया और महिलाओं के जीवन को जहन्नुम बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि मुसलमानों को गुमराह कर मुसलमानों के सिर पर राजनीति करने के इस षडयंत्र का कड़ा विरोध किया जाए तथा इन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया जाए ताकि मुसलमान इनके शिकंजे से बाहर आकर देश की मुख्य धारा में आकर ससम्मान जीवन यापन कर सके।