सरकार व किसानों को धोखा दे रहे हैं चीनी मिल मालिक: वर्मा

सहारनपुर [24CN] । पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगतसिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के चीनी मिल मालिक चीनी की रिकवरी कम दिखाकर सरकार व किसानों को धोखा दे रहे हैं जिसे पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगा।

भगतसिंह वर्मा आज यहां दिल्ली रोड स्थित इंद्रप्रस्थ कालोनी में मोर्चा कार्यालय पर आयोजित किसानों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एक कुंतल गन्ने के उत्पादन पर किसानों की लागत 440 रूपए आ रही है। इस हिसाब से डा. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के अनुसार गन्ने का मूल्य 660 रूपए प्रति कुंतल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की चीनी मिलें गन्ना किसानों को गन्ना मूल्य भुगतान नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में देरी से किए गए गन्ना मूल्य भुगतान पर लगा ब्याज 9 हजार करोड़ रूपए से अधिक हो गया है जिसे प्रदेश सरकार गन्ना किसानों को नहीं दिला पा रही है।

उन्होंने कहा कि गन्ना सीजन 2019-20 का अभी तक 428 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य भुगतान व 1148 करोड़ रूपए ब्याज बकाया है। श्री वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश की 120 चीनी मिलों पर वर्तमान पेराई सत्र का 12884 करोड़ रूपए गन्ना मूल्य भुगतान बकाया है। जबकि भाजपा की प्रदेश सरकार दावा करती है कि हम 14 दिन के अंदर गन्ना किसानों को चीनी मिलों से भुगतान कराएंगे। यह दावा एकदम खोखला साबित हुआ है।

बैठक को जिलाध्यक्ष नीरज कपिल, प्रदेश महासचिव आसिम मलिक ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान राजेंद्र चौधरी, हाफिज मुर्तजा त्यागी, मुफ्ती अहमद कासमी, विनोद सैनी, स. गुरविंदर सिंह बंटी, रविंद्र प्रधान, नरेश कुमार एडवोकेट, वसीम अकरम, हाजी वली अहमद, हरपाल सिंह, जोगेंद्र सिंह, संजय त्यागी, डा. यशपाल त्यागी, नीरज सैनी आदि मौजूद रहे।


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