बाबा बंसी वाले की अस्थियों को लेकर दो पक्षों में चले लाठी-डंडे व हथियार

- सहारनपुर में सोराना में दो पक्षों में हुए झगड़े का दृश्य।
सरसावा [24CN] । थाना सरसावा क्षेत्रांतर्गत गांव सोराना स्थित हनुमान मंदिर में बाबा बंसी वाले की अस्थियों के विसर्जन को लेकर आहूत पंचायत में दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे व हथियार चलने से अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला। जबकि गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस व पीएसी बल तैनात कर दिया गया है।
गौरतलब है कि सरसावा थाना क्षेत्रांतर्गत गांव सोराना के हनुमान मंदिर में रहने वाले संत बाबा बंसीवाले का निधन हो गया था। आज सुबह बाबा बंसीवाले की अस्थियों के विसर्जन को लेकर एक पंचायत आहूत की गई थी जिसमें दो पक्षों में विवाद हो गया। बताया जाता है कि पं. रविंद्र शर्मा पक्ष ने बाबा बंसी वाले की अस्थियों को गांव सोराना के मंदिर में बनी बाबाजी की गुरू कुटिया वाले की समाधि के पास ही धरती में दबा दिया तथा वहीं पर बाबा बंसी वाले की समाधि बनाए जाने की बात कही। उनका कहना था कि बाबा बंसी वाले की भी यही इच्छा थी। दूसरे पक्ष के विनय चौधरी बाबा बंसीवाले की अस्थियों को हरिद्वार में बने आश्रम में ले जाने की बात कह रहा था। बताया जाता है कि पंचायत में विनय चौधरी पक्ष ने बाबा बंसी वाले की अस्थियों को हरिद्वार ले जाने की बात कही तो गांव वालों ने इसका विरोध किया। दोनों पक्षों में हुई कहासुनी ने खूनी संघर्ष का रूप धारण कर लिया तथा दोनों पक्षों में जमकर लाठी-डंडे व हथियार चले। दोनों पक्षों द्वारा एक दूसरे पर फायरिंग करने का आरोप भी लगाया जा रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि विनय पक्ष ने 112 पीआरवी पुलिस के सामने ही फायर किए तथा पुलिस गोली चलती देखकर बैकफुट पर आ गई। उधर सूचना मिलते ही थाना सरसावा प्रभारी धर्मेंद्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तथा स्थिति संभाला। पुलिस ने घायलों को उपचार के लिए सरकारी चिकित्सालय में भर्ती कराया जिनमें रविंद्र शर्मा पक्ष के नीटू, सचिन, अमित तोमर, संजय, अंकित वर्मा व चौ. विनय पक्ष के सतेंद्र, राकेश चौधरी, विनीत, समय सिंह व मा. सूरजपाल शामिल हैं। उधर सूचना मिलने पर एसडीएम नकुड़ देवेंद्र पांडेय व सीओ नकुड़ अरविंद पुंडीर भी गांव पहुंचे तथा बैठक कर गांव में शांति बनाए रखने की अपील की। समाचार लिखे जाने तक दोनों पक्षों की ओर से थाने में कोई तहरीर नहीं दी गई थी।