कृषि कानून के विरोध में स्टेट हाइवे रही अफरा-तफरी

कृषि कानून के विरोध में स्टेट हाइवे रही अफरा-तफरी
  • केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानून के विरोध में मंगलवार को भारत बंद का ऐलान भले ही शहर में पूर्णतः सफल नहीं हो सका। लेकिन स्टेट हाइवे पर किसानों का नियंत्रण होने के चलते बड़े वाहन जहां बिल्कुल बंद रहे वहीं छोटे वाहन संपर्क मार्गाे पर जरुर चले। क्षेत्र में किसान संघटनों एवं सपाइयों की पुलिस प्रशासन से नौकझौक होती दिखी।

देवबंद [24CN] ।  मंगलवार को सपाइयों ने पूर्व विधायक माविया अली के नेतृत्व में किसान विरोधी कानून के विरोध में प्रदेश सरकार का पुतला दहन करने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने कार्यकर्ताओं से बलपूर्वक पुतला अपने कब्जे में लेकर उनका प्रयास विफल कर दिया। जिसको लेकर पुलिस और सपाइयों में धक्का-मुक्की भी हुई। इस दौरान चैधरी रमेश पवांर, पूर्व प्रधान चैधरी कृष्णपाल, चैधरी नरेश प्रधान, चैधरी पितम सिंह, बबल त्यागी, ऋषभ त्यागी, खलील प्रधान, हाजी बाबू, रमजानी कुरैशी, शाहनवाज सिददीकी, मुन्ना सिददीकी, इसराईल गौड आदि मौजूद रहे।
वही, सहकारी गन्ना समिति के पूर्व चेयरमैन प्रविंद्र चैधरी के नेतृत्व में सहारनपुर-मुजफ्फरनगर स्टेट हाईवे पर जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान भी सपाइयों को हाइवे पर जाने से रोकने को लेकर पुलिस और सपाइयों के बीच धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान अल्पसंख्यक सभा के जिलाध्यक्ष राव मसीउल्लाह, प्रदीप चैधरी, लुकमान त्यागी, शमशाद चैधरी, भीम त्यागी, सभासद प्रतिनिधि तोैफिक जग्गी, डा0 वाजिद अली, राव आमिर आदि मौजूद रहे।
उधर, तलहेड़ी बुजुर्ग में भाकियू तोमर गुट ने ट्रैक्टर-ट्रालियों को स्टेट हाइवे पर आड़े तिरछे खड़े कर सड़क जाम कर दी। भाकियू तोमर गुट के क्षेत्रीय अध्यक्ष सुदेशपाल चैधरी और जिलाध्यक्ष श्याम सिंह राणा के नेतृत्व में किसानों ने चार घंटे तक स्टेट हाइवे को जाम रखा।
वही, पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा के नेतृत्व में कृषि विरोधी कानून के विरोध में स्टेट हाइवे पर प्रदर्शन कर जाम लगा राष्ट्रपति को ११ सूत्रीय ज्ञापन तहसीलदार हर्ष चावला और कोतवाली प्रभारी अशोक सोलंकी को सौंपा।