आगामी 4 जनवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का देवबंद आना लगभग तय

  • मुंख्यमंत्री के दौरे को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया

देवबंद [24CN]: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आगामी 4 जनवरी को देवबंद दौरा लगभग निश्चित माना जा रहा है जिसके लिए पुलिस प्रशासन ने मुस्तैदी के साथ कमर कस ली है। मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर क्षेत्रवासियों में भी उत्साह है और क्षेत्र के लोग यह चाहते भी है कि मुख्यमंत्री देवबंद को कई ऐसी सौगात देकर जाए जो न केवल देवबंद क्षेत्र की जरूरत है बल्कि जिनकी समय समय पर मांग भी की जाती रही है।

कुमारी राखी बहोत्रा

स्टेडियम ना होने से क्षेत्र के युवा मायूस:
जिला मंत्री भाजपा महिला मोर्चा कुमारी राखी बहोत्रा का कहना है कि देवबंद क्षेत्र में यूवा वर्ग के लिए खेल कुद, पुलिस आर्मी की तैयारी हेतु दौड आदि के लिए कोई स्टेडियम नही है। स्टेडियम ना होने से क्षेत्र का यूवा हर सुविधा से मरहुम है तथा खेल के क्षेत्र में  आगे नहीं बढ़ पाता है। इसलिए देवबंद में स्टेडियम बनाने की घोषणा जरूरी है।

नेहा सिंधल

रोडवेज अड्डा बहुत जरूरी
ग्रहणी श्रीमती नेहा सिंधल का कहना है कि देवबंद में रोडवेज अड्डे बहुत  आवश्यक है। इसकी मांग वर्षो से की जा रही है परंतु आज तक पुरी नही हुई। रोडवेज अड्डा ना होने से यात्रियों को खड़े होकर बस की इंतजार करने में परेशानी होती है, वही महिला यात्रीयो को  शौच आदि के लिए भटकना पडता है। इसलिए रोडवेज अड्डा बहुत जरूरी है।

शुभलेश शर्मा

राजकीय डिग्री कालेज में उपलब्ध हो हर तरह की उच्च शिक्षा
भाजपा जिला शोध प्रमुख शुभलेश शर्मा का कहना है कि देवबंद में राजकीय डिग्री कालिज की स्थापना वर्षो पहले हुई थी परंतु आज तक उसमें बी एस सी, एम एस सी व अन्य कोई नया कोर्स प्रारम्भ नही हुआ है जिसके कारण देवबंद की लड़कियों को मुजफ्फरनगर, मेरठ, यमूनानगर या अन्य शहरों में जाना पड़ता है जिसमें धन और समय की बर्बादी होती है तथा इसके अभाव में गरीब लड़कियाँ उच्च शिक्षा से वंचित रह जाती है। इसलिए राजकीय डिग्री कालिज में हर तरह की उच्च शिक्षा का होना आवश्यक है ताकि क्षेत्र की लड़कियाँ  उच्च शिक्षा हासिल कर आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बन सके।

बिजेंद्र गुप्ता

नगर पालिका परिषद का सीमा विस्तार की घोषणा होना आवश्यक
भाजपा के पूर्व नगर महामंत्री बिजेंद्र गुप्ता का कहना है कि देवबंद नगर पालिका परिषद का विस्तार हुये बहुत वर्ष हो गया है। इन बीते वर्षो में नगर की आबादी बहुत बढ चुकी है तथा देवबंद की सीमा के अंदर की कालोनियो से सटकर अनेको कालोनीयो को बसे वर्षो हो गये है परंतु ये कालोनी नगरपालिका में शामिल ना होने से हर तरह की सुविधाओं और विकास से वंचित है। इस कारण देवबंद नगर पालिका परिषद का सीमा विस्तार की घोषणा होना आवश्यक है। -देवबंद को जिला बनाया जाना भी जरूरी

 

मोनिका एडवोकेट

भाजपा नेत्री मोनिका एडवोकेट का कहना है कि देवबंद क्षेत्र के विकास और क्षेत्रवासियो की सुविधाओं हेतू देवबंद को जिला बनाया जाना आवश्यक है। आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से देवबंद तहसील जिले की सबसे बड़ी तहसील थी जिसमें से पुरा  रामपुर परगना तथा देवबंद परगने के कुछ गावो को काटकर रामपुर तहसील बना दी गई। देवबंद तहसील का एक भाग जहाँ मुजफ्फरनगर जिले से मिलता है वही दूसरा भाग उत्तराखंड राज्य से मिलता है। एक समय में देहरादून तक की कार्य क्षेत्र वाली देवबंद में अंग्रेजी काल की मुंसिफी कोर्ट स्थापित है। साथ ही साथ विश्व विख्यात इस्लामिक यूनिवर्सिटी दारूलउलूम तथा संस्कृत महाविद्यालय स्थापित है। देवबंद तहसील में ट्रेजरी स्थापित थी उसको भी खत्म करके सहारनपुर कर दिया है। हर छोटे छोटे कार्य के लिए जिला मुख्यालय सहारनपुर जाना पड़ता है।