हाथरस के रतिभानपुर में सत्संग के दौरान भगदड़, 25 महिलाओं समेत 27 लोगों की मौत, कई घायल

हाथरस के रतिभानपुर में सत्संग के दौरान भगदड़, 25 महिलाओं समेत 27 लोगों की मौत, कई घायल

New Delhi: उत्तर प्रदेश के हाथरस में आज दर्दनाक हादसा हुआ. बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से दर्दनाक हादसा हुआ है. इसमें 19 लोगों की मौत हो गई है. अभी मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है. चोटिल और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक,  रतिभानपुर में एक बाबा के सत्संग के दौरान अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 15 से अधिक लोगों की मौत हो गई. इसमें कई महिलाएं और बच्चे भी घायल हो गए. प्रशासन और राहत दल मौके पर पहुंचकर घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम कर रहे हैं.

बताया जा रहा है कि रतिभानपुर गांव में आयोजित सत्संग में हजारों लोग बाबा के प्रवचन सुनने के लिए इकट्ठा हुए थे. अचानक किसी अज्ञात कारण से भगदड़ मच गई, जिससे अफरातफरी का माहौल बन गया. इस भगदड़ में कई लोग जमीन पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए. इस हादसे में घायलों को मेडिकल कॉलेज एटा भेजा गया है, यहां 19 लोगों की मौत की खबर है. यह आंकड़ा बढ़ सकता है.

एटा मेडिकल कॉलेज में घायलों का इलाज

घटना के बाद घायल महिलाओं और बच्चों को तुरंत एटा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है. डॉक्टरों के अनुसार, कुछ घायलों की स्थिति गंभीर बनी हुई है. प्रशासन ने अस्पताल में चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने और घायलों के इलाज के लिए विशेष इंतजाम किए हैं.

प्रशासन की तत्परता और राहत कार्य

हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई. घायलों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने और उन्हें चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गई. प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों.

घटना के संभावित कारण

इस भगदड़ के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है. प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, भीड़ में अचानक से अफवाह फैलने के कारण भगदड़ मची. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भीड़ बहुत ज्यादा थी और सुरक्षा के इंतजाम पर्याप्त नहीं थे. प्रशासन इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है ताकि सही कारणों का पता लगाया जा सके.

भविष्य की सुरक्षा के उपाय

इस घटना के बाद प्रशासन ने बड़े आयोजनों के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने का निर्णय लिया है. प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा है कि भविष्य में ऐसे किसी भी आयोजन में भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो सकें.

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

घटना के बाद स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश का माहौल है. लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकता था अगर उचित सुरक्षा उपाय किए गए होते. स्थानीय नेताओं और समाजसेवियों ने भी प्रशासन से घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.

सरकार की प्रतिक्रिया

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इस घटना को गंभीरता से लिया है. मुख्यमंत्री ने घटना पर शोक व्यक्त किया है और घायलों के इलाज के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द घटना की जांच पूरी कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.

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