जीएसटी दरें बढ़ाने के विरोध में सपाइयों ने किया प्रदर्शन

जीएसटी दरें बढ़ाने के विरोध में सपाइयों ने किया प्रदर्शन
  • सहारनपुर में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते सपा व्यापार सभा के पदाधिकारी।

सहारनपुर [24CN]। सपा व्यापार सभा के कार्यकर्ताओं ने कपड़े व जूतों पर जीएसटी दरें बढ़ाने के विरोध में जिला मुख्यालय पर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया तथा केंद्रीय वित्तमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर कपड़े व जूतों पर बढ़ाई गई जीएसटी दरों को अविलम्ब वापस लेने की मांग की गई।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सपा व्यापार सभा के कार्यकर्ता प्रदेशाध्यक्ष व नगर विधायक संजय गर्ग के नेतृत्व में जिलाधिकारी कार्यालय पर एकत्र हुए तथा केंद्र द्वारा कपड़े, जूतों व ईंटों पर जीएसटी दरें बढ़ाने के विरोध में नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को सम्बोधित करते हुए सपा व्यापार सभा के प्रदेशाध्यक्ष व नगर विधायक संजय गर्ग ने कहा कि केंद्र सरकार की व्यापारी विरोधी नीतियों की वजह से व्यापारी आत्महत्या करने को मजबूर हैं। कोरोनाकाल की मार झेल रहे व्यापारियों को राहत देने की बजाए केंद्र सरकार ने कपड़े, जूतों व ईंटों पर जीएसटी दरें 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत कर दी हैं जिस कारण छोटे व मध्यम वर्ग के व्यापारी एवं दुकानदार बर्बादी के कगार पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कपड़े, जूते, चप्पल आदि आम लोगों की पहुंच से दूर हो जाएंगे।

सपा व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष हरपाल वर्मा ने कहा कि कपड़े, ईंट व फुटवियर पर जीएसटी दरें पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करना भाजपा सरकार की संवेदनहीनता की प्राकाष्ठा है। इससे कपड़े, कम्बल, परदे, सुथली के नुकीले जाल, रस्सी, तिरपाल, शामियाना, जूते, हवाई चप्पल, ईंट आदि सामान महंगे हो जाएंगे। व्यापार के लिए परेशान छोटे व मध्यम वर्ग के व्यापारी इससे बर्बाद हो जाएंगे तथा बड़ी ब्रांडेड व विदेशी कम्पनियों को इसका फायदा होगा।

उन्होंने कहा कि छोटा व्यापारी बढ़े टैक्स के अनुरूप कपड़े, जूते व चप्पल की कीमत तो बढ़ा नहीं पाएगा और बड़ी कम्पनियां इसका फायदा उठाएंगी क्योंकि उनका मार्जन पहले ही बड़ा होता है और वे इसमें बढ़े जीएसटी को भी समायोजित कर लेंगी। इससे छोटे व्यापारी व उद्योगों को बड़े व विदेशी ब्रांडों से मुकाबला करना मुश्किल हो जाएगा। प्रदर्शनकारियों में जिला महामंत्री अनुज गुप्ता, मुकेश मानकटाला, अनुज यादव, रवि कुमार, राकेश वर्मा, सुशील गुप्ता, सुशील कुमार, नवीन सिंघल, रणजीत सिंह, प्रदीप राणा, अनिल वर्मा आदि सहित भारी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे।