लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि वर्ष 2022 में सरकार बनने पर प्रदेश में जातीय जनगणना कराएंगे। पिछड़ों को उनका हक और सम्मान समाजवादी पार्टी ही दिलाएगी। भाजपा सरकार पिछड़ों की गणना नहीं कराना चाहती है, क्योंकि वह जानती है कि इससे पिछड़े अपना हक और सम्मान मांगेंगे।

अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री अपराध के मामले में झूठ बोलते हैं। उन्हें एनसीआरबी के आंकड़ों की जानकारी नहीं है। महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार और अन्याय यूपी में हो रहा है। आजम खां को फर्जी मुकदमें में फंसा कर जेल में रखा गया है। हिरासत में सबसे ज्यादा मौत यूपी में हुई हैं। मानवाधिकार की सबसे ज्यादा नोटिस प्रदेश सरकार को मिली है। मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में एक व्यापारी की पुलिस पिटाई से मौत हो गई, इसकी जिम्मेदार यह सरकार है। 40 से ज्यादा संतों की हत्या अब तक हो चुकी है।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में आज न जनता की सुनवाई है और न ही विधायकों व सांसदों की। जनता भाजपा सरकार से नाराज है। भाजपा मंत्रियों, सांसदों, विधायकों को अपमानित होना पड़ रहा है। भाजपा सरकार सरकारी संस्थानों को बेचने के साथ ही पिछड़ों और दलितों का आरक्षण भी बेच रही है। अगर सब कुछ निजी हाथों में चला जाएगा तो आरक्षण कौन देगा।