संभल  : देश के विधि आयोग द्वारा समान नागरिक संहिता की जांच के लिए आम जनता और धार्मिक संगठनों के विचार के लिए समय मांगा गया है। इस पर सपा सांसद डा. शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि देश में अलग-अलग धर्म के लोग रहते हैं और हर धर्म की पॉलिसी अलग है।

बोले- हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत की पाॅलिसी

ऐसे में उनको एक जगह कैसे इकट्ठा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हर किसी की अलग पालिसी से सामाजिक ढांचा बिगड़ा हुआ नहीं है। सिर्फ सरकार को ऐतराज है। कहा कि सरकार की पालिसी हिंदू-मुस्लिम के बीच नफरत की पालिसी है। उसकी वजह से देश का ढांचा व हालात बिगड़े हुए हैं।

गुरुवार को सपा सांसद ने विधि आयोग द्वारा समान नागरिक संहिता की जांच के लिए आम जनता और धार्मिक संगठनों को विचार के लिए 30 दिन का समय दिए जाने पर नाराजगी व्यक्त की है।

कहा कि देश में हर धर्म हर संप्रदाय के लोग रहते हैं। सब अपने अपने हिसाब से जिंदगी गुजारते हैं। इस बारे में सिर्फ सरकार को ऐतराज है। उन्होंने कहा कि सरकार नफरत फैला रही है, लेकिन इससे काम चलने वाला नहीं है।

दुनिया में जो जिंदगी गुजारने का तरीका है उसमें कोशिश कीजिए कि सब मिलजुल कर रहें। इसलिए आप नफरत कम करने के साथ मुहब्बत का पैगाम दीजिए तो दुनिया का ढांचा खुद बदल जाएगा। यह कानून बनाने से ठीक नहीं होगा। कहा कि सरकार सही पालिसी बनाएं और सब के साथ इंसानियत का बर्ताव करें, सबकी जरूरतों को महसूस करें।

कहा कि कई राज्यों के साथ ही केंद्र में चुनाव सिर पर है। ऐसे में यह परेशान है। क्योंकि इनके पास कुछ नहीं है जो यह कह सकें कि हमने देश के लिए भलाई और अच्छा काम किया है। आरोप लगाते हुए कहा कि इन्होंने देश को नफरत की आग में झोंक दिया है तो मेल मिलाप कैसे होगा।