पुण्यतिथि पर किया पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का भावपूर्ण स्मरण

पुण्यतिथि पर किया पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर का भावपूर्ण स्मरण
  • सहारनपुर में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धासुमन अर्पित करते सपाई।

सहारनपुर। समाजपादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रख्यात समाजवादी चिंतक, विचारक व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए तथा वर्तमान परिस्थितियों में धर्म व जाति की राजनीति को समाप्त करने के लिए समाजवाद की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। स्थानीय अम्बाला रोड स्थित पार्टी जिला कार्यालय पर सपाइयों ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी के ठाकुर के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ नेता व पूर्व राज्यमंत्री सरफराज खान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर ने आजीवन शोषित, पीडि़त व वंचित समाज को उनके अधिकार दिलाने के लिए नि:स्वार्थ भावना से कार्य किया। हमें ऐसे महापुरूष से प्रेरणा लेकर एवं उनके आदर्शों व सिद्धांतों को अपनाकर समाजवादी विचारधारा को मजबूत बनाने के लिए कार्य करना चाहिए क्योंकि वर्तमान समय में धर्म व जाति के नाम पर समाज को बांटने का काम किया जा रहा है। ऐसे में समाजवादी विचारधारा को मजबूत बनाने की जरूरत है।

सपा पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश कोषाध्यक्ष इंजी. विजेश शर्मा ने कहा कि साधारण व्यक्तित्व के धनी पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर ने आजीवन समाजवाद की विचारधारा को अपनाया और अपने जीवन के अंतिम सांस तक समाजवादी विचारधारा को मजबूत बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि अपनी प्रतिभा के बल पर कर्पूरी ठाकुर 1952 से लगातार विधायक निर्वाचित होते रहे तथा राजनीति में मुख्यमंत्री जैसे पद को सुशोभित करने के बावजूद कभी पैसे का लालच नहीं किया तथा सादगी व ईमानदारी के साथ जीवन यापन करते हुए जनता की सेवा की तथा राजनीति में विशेष पहचान बनाई। आज उनके आदर्शों को अपनाना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

महिला प्रकोष्ठ के जिला उपाध्यक्ष अंजू रानी व वेदपाल पटनी ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को ऐसे महान नेता के आदर्शों व विचारों को जन-जन तक पहुंचाना चाहिए ताकि जनता को जागरूक किया जा सके। इस दौरान पूर्व महानगर अध्यक्ष फैसल सलमानी, पूर्व जिला उपाध्यक्ष हसीन कुरैशी, चौ. अब्दुल गफूर, फहाद सलीम, चौ. जुमला सिंह, कुंवरपाल अहमदपुर, दौलत जायसवाल, विशाल यादव, नदीम कुरैशी, कयूम, रामकुमार विश्वकर्मा, महफूज अंसारी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।